वाराणसी: नये कृषि कानून को लेकर जहां एक तरफ दिल्ली के बॉर्डर पर किसान कानून को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले कई दिनों से आंदोलनरत हैं, तो वहीं सरकार भी अब नये कृषि कानून को किसानों की हित में बताते हुए किसानों के बीच जाकर उसका प्रचार-प्रसार कर रही है. इसी कड़ी में मंगलवार (15 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य पहुंचे.
किसानों के लिए सरकार के द्वार खुले हैं
कृषि कानून को लेकर किसानों के सम्मेलन में पहुंचने से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि "मैं मानता हूं कि देश भर के लगभग किसान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाए गए कृषि कानूनों के समर्थन में हैं. सरकार के द्वार हमेशा खुले हैं. अगर किसानों को आपत्ति है, तो वे बताएं कि कानून के किस पार्ट पर उन्हें आपत्ति है."
उत्तर प्रदेश में गुंडाराज वापस नहीं आएगा
उन्होंने किसानों के मुद्दों को लेकर विपक्ष द्वारा सरकार पर प्रहार किए जाने पर जमकर निशाना साधा. उत्तर प्रदेश में नए कृषि कानून को लेकर समाजवादी पार्टी के विरोध प्रदर्शन को लेकर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि "समाजवादी पार्टी समाप्त पार्टी है. अखिलेश यादव ये जान लें कि जिस तरह से बिहार में जंगलराज नहीं आ पाया, उसी तरह से उत्तर प्रदेश में गुंडाराज वापस नहीं आएगा."
विरोधी दल किसानों के कंधे का इस्तेमाल कर सरकार पर प्रहार करने का रास्ता खोज रहे हैं. जिन किसानों के कंधे पर रखकर सरकार पर प्रहार कर रहे हैं, वह जन्मजात किसानों के विरोधी हैं. यह किसानों के हितैषी नहीं हो सकते. किसानों के लिए सरकार ने हमेशा से रास्ता खोला है. यदि किसानों को कुछ कहना है या उनके संगठन को कुछ कहना है तो वह सरकार के पास आ सकते हैं.
केशव प्रसाद मौर्य, डिप्टी सीएम