वाराणसी: जिले के शास्त्री घाट पर केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के तत्वावधान में धरना और उपवास किया गया. ये उपवास उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना के लिए रखा गया. केंद्रीय ब्राह्मण महासभा ने इस संबंध में राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा है. प्रदेश के मुख्यालयों पर ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना के लिए धरने और उपवास के कार्यक्रम में हर गांव और शहर में ब्राह्मणों की भागीदारी दिखाई दी.
समस्याओं के निराकरण की मांग
संस्था के संस्थापक कर्नल रणजीत उपाध्याय ने बताया कि शरीर में ब्राह्मण मस्तिष्क है. मस्तिष्क का स्वस्थ्य होना बहुत ज़रूरी है, तभी अच्छे राष्ट्र एवं समाज का निर्माण हो सकता है. केंद्रीय ब्राह्मण महासभा ने राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन में कहा है कि वह 26 वर्षों से कश्मीर से कन्या कुमारी तक सर्व ब्राह्मणों के सामाजिक,आध्यत्मिक एवं आर्थिक विकास के लिए प्रयत्नशील है.
तेलंगाना का दिया उदहारण
ज्ञापन में अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश की जनसंख्या लगभग 21 करोड़ है. इसमें ब्राह्मणों की जनसंख्या लगभग 3 करोड़ है. वर्तमान में ब्राह्मणों की अति दयनीय स्थिति है. कोरोनाकाल में मठ और मन्दिरों के पुजारी आर्थिक तंगी से गुज़र रहे है. इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय ब्राह्मण महासभा ने उत्तर प्रदेश शासन से मांग की है कि वह ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना कर गरीब ब्राह्मणों के पारिवारिक भरण-पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा आदि समस्याओं के निराकरण में सहयोग करे. सभा ने तेलंगाना सरकार का उदाहरण दिया कि तेलंगाना सरकार ने गरीब ब्राह्मणों की सेवा के लिए ब्राह्मण वेलफेयर कॉरपोरेशन की स्थापना की है. इसके माध्यम से तेलंगाना सरकार ब्राह्मणों के स्वास्थ्य और शिक्षा आदि में सहयोग कर रही है.