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लक्खा मेले में शुमार विश्व प्रसिद्ध चेतगंज नक्कटैया के लिए सरकार से सहायता की मांग, आयोजन में संशय की स्थिति!

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Published : Oct 11, 2021, 10:13 PM IST

वाराणसी के श्री चेतगंज रामलीला समिति के आयोजित रामलीला के प्रसंग में लक्खा मेले में शुमार विश्व प्रसिद्ध चेतगंज नक्कटैया संपन्न होने में संशय की स्थिति है. श्री चेतगंज रामलीला समिति के अध्यक्ष अजय गुप्ता बच्चू ने कहा कि पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से चेतगंज रामलीला का मंचन और नक्कटैया स्थगित रहा है.

चेतगंज नक्कटैया के लिए सरकार से सहायता की मांग
चेतगंज नक्कटैया के लिए सरकार से सहायता की मांग

वाराणसीः जिले की नक्कटैया का आरंभ बाबा फतेह राम जी ने किया. उस समय स्वतंत्रता आंदोलन चरम सीमा पर था. बाबा फतेह राम जी ने चेतगंज नक्कटैया को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा और नक्कटैया में शामिल विमान और झांकियों द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के प्रति विरोध का माध्यम बनाया. वर्तमान समय में भी नक्कटैया के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों और विसंगतियों के खिलाफ लोग विमान झांकियों द्वारा प्रदर्शन करते हैं.

वहीं उन्होंने कहा कि चेतगंज रामलीला का आरंभ बाबा फतेह राम जी ने चंदे के पैसे से किया, जो आज तक उसी परंपरा का निर्वहन होता आ रहा है. वर्तमान समय में दोबारा कोरोना महामारी के दिशा निर्देश के मुताबिक प्रतिदिन रामलीला का मंचन प्रतीक रूप से श्री राम की आरती करके किया जाता है. इसी क्रम में चेतगंज नक्कटैया का भी आयोजन प्रतीक रूप में भगवान श्री राम के रथ को लीला स्थल पर स्थापित कर किया जाएगा. भारत के प्रधानमंत्री और काशी के लोकप्रिय सांसद श्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री गण नीलकंठ तिवारी, रविंद्र जायसवाल और अनिल राजभर से विनम्र आग्रह है कि काशी की रामलीलाओं के धार्मिक व सांस्कृतिक परंपराओं को बचाने के लिए भव्य मेले का आयोजन सरकारी आर्थिक सहायता से कराने की व्यवस्था करें.

चेतगंज नक्कटैया के लिए सरकार से सहायता की मांग

वहीं पूर्वांचल से लाखों की संख्या में इस मेले में लोग आते हैं. समिति विगत कई सालों से क्षेत्रीय विधायक से आर्थिक सहयोग के लिए आग्रह करती आ रही है. अगर सरकार इस मेले का भव्य आयोजन करती है तो समिति इसके लिए आदरणीय मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल उद्घाटन का भी आग्रह करती है. अगर सरकार द्वारा समिति को कोई आर्थिक सहायता नहीं प्राप्त होती है, तो भी सांकेतिक रूप से माननीय मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम करा कर नक्कटैया का आयोजन किया जाएगा. नक्कटैया मेले के आयोजन का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के ऊपर है, जो भी निर्णय होगा समिति उस निर्णय को सहर्ष स्वीकार करती है. यह मेला हिंदू जनमानस के हृदय और धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है. इसलिए समिति देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह करती है की कृपया इस ओर भी ध्यान दें.

इसे भी पढ़ें- अमिताभ बच्चन ने पान मसाला के विज्ञापन से खुद को अलग किया

वहीं अम्बरीश सिंह भोला ने नक्कटैया समिति और उनके अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि चेतगंज की जो लक्खा मेला है, ये बनारस में शुमार है और आस्था का केंद्र है. सरकार पूरा सम्मान करते हुए उसका पूरा सहयोग करेगी.

वाराणसीः जिले की नक्कटैया का आरंभ बाबा फतेह राम जी ने किया. उस समय स्वतंत्रता आंदोलन चरम सीमा पर था. बाबा फतेह राम जी ने चेतगंज नक्कटैया को स्वतंत्रता आंदोलन से जोड़ा और नक्कटैया में शामिल विमान और झांकियों द्वारा ब्रिटिश हुकूमत के प्रति विरोध का माध्यम बनाया. वर्तमान समय में भी नक्कटैया के माध्यम से समाज में व्याप्त कुरीतियों और विसंगतियों के खिलाफ लोग विमान झांकियों द्वारा प्रदर्शन करते हैं.

वहीं उन्होंने कहा कि चेतगंज रामलीला का आरंभ बाबा फतेह राम जी ने चंदे के पैसे से किया, जो आज तक उसी परंपरा का निर्वहन होता आ रहा है. वर्तमान समय में दोबारा कोरोना महामारी के दिशा निर्देश के मुताबिक प्रतिदिन रामलीला का मंचन प्रतीक रूप से श्री राम की आरती करके किया जाता है. इसी क्रम में चेतगंज नक्कटैया का भी आयोजन प्रतीक रूप में भगवान श्री राम के रथ को लीला स्थल पर स्थापित कर किया जाएगा. भारत के प्रधानमंत्री और काशी के लोकप्रिय सांसद श्री नरेंद्र मोदी, उत्तर प्रदेश सरकार के यशस्वी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री गण नीलकंठ तिवारी, रविंद्र जायसवाल और अनिल राजभर से विनम्र आग्रह है कि काशी की रामलीलाओं के धार्मिक व सांस्कृतिक परंपराओं को बचाने के लिए भव्य मेले का आयोजन सरकारी आर्थिक सहायता से कराने की व्यवस्था करें.

चेतगंज नक्कटैया के लिए सरकार से सहायता की मांग

वहीं पूर्वांचल से लाखों की संख्या में इस मेले में लोग आते हैं. समिति विगत कई सालों से क्षेत्रीय विधायक से आर्थिक सहयोग के लिए आग्रह करती आ रही है. अगर सरकार इस मेले का भव्य आयोजन करती है तो समिति इसके लिए आदरणीय मुख्यमंत्री द्वारा वर्चुअल उद्घाटन का भी आग्रह करती है. अगर सरकार द्वारा समिति को कोई आर्थिक सहायता नहीं प्राप्त होती है, तो भी सांकेतिक रूप से माननीय मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन कार्यक्रम करा कर नक्कटैया का आयोजन किया जाएगा. नक्कटैया मेले के आयोजन का फैसला उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन के ऊपर है, जो भी निर्णय होगा समिति उस निर्णय को सहर्ष स्वीकार करती है. यह मेला हिंदू जनमानस के हृदय और धार्मिक भावनाओं से जुड़ा है. इसलिए समिति देश के यशस्वी प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से आग्रह करती है की कृपया इस ओर भी ध्यान दें.

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वहीं अम्बरीश सिंह भोला ने नक्कटैया समिति और उनके अध्यक्ष को आश्वासन दिया कि चेतगंज की जो लक्खा मेला है, ये बनारस में शुमार है और आस्था का केंद्र है. सरकार पूरा सम्मान करते हुए उसका पूरा सहयोग करेगी.

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