वाराणसी: देव दीपावली के मौके पर गंगा के 15 घाटों पर देश के विभिन्न क्षेत्रों की प्रसिद्ध लोक कलाओं एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
यहां हुआ सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
तुलसी घाट पर कठपुतली के माध्यम से नमामि गंगे नाटय प्रस्तुति, निषाद राज घाट पर घूमर एवं चरी लोक नृत्य, महानिर्वाणी घाट पर डांडिया लोक नृत्य, प्राचीन हनुमान घाट, चौकी घाट एवं राजा घाट पर लोक नृत्य, पांडेय घाट पर कत्थक समूह नृत्य, राजेंद्र प्रसाद घाट पर बांग्ला लोक नृत्य, दरभंगा घाट पर लोक नृत्य, सिंघिया घाट पर शास्त्री समूह नृत्य, राम घाट पर गरद (सिंगा एवं गुधूम् मादर वाद्य यंत्र वादन), बूंदी परकोटा घाट पर कर्मा एवं सैला लोक नृत्य, लाल घाट पर गोंडी लोक नृत्य, बद्री नारायण घाट पर राजस्थान के लोक नृत्य तथा नंदेश्वर घाट पर लोक नृत्य (रास) का आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति हुई.
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का पीएम ने किया दीदार
क्रूज पर सवार हो देव दीपावली की अद्भुत एवं अविस्मरणीय छटा को निहारते हुए गुजर रहे प्रधानमंत्री की नजरों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर रही थी. वहीं घाटों पर मौजूद देसी-विदेशी पर्यटकों सहित लोगों को रोमांचित कर रही थी. इसके साथ ही लंका से डीएलडब्ल्यू के रास्ते सारनाथ तक विभिन्न 35 स्थानों पर भी सांस्कृतिक एवं गायन कार्यक्रम संपन्न हुआ. सभी ने दिल खोलकर वाराणसी के सांसद और देश के प्रधानमंत्री का स्वागत किया.