वाराणसी: साइबर क्राइम थाने की ओर से बुधवार को फर्जी वेबसाइट बनाकर कूटरचित आधार व पैन कार्ड बनाने वाले गैंग का खुलासा किया गया है. पुलिस ने इस अंतरराज्यीय गैंग के सदस्य अनुराग कुमार को गिरफ्तार किया है. उसके कब्जे से एक लैपटॉप, मोबाइल, 52 हज़ार 500 रूपये नगद व चार पहिया वाहन बरामद किया है. आरोपी के कई खातों में जमा 1.86 लाख रुपए सीज किए हैं. आरोपी प्रतापढ़ का रहने वाला बताया जा रहा है.
साइबर क्राइम के प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र ने बताया कि साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी ट्रेजरी अधिकारी बनकर पुलिस पेंशनरों के साथ ठगी की जा रही थी. इसी मामले में अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त अनुराग कुमार ने बताया कि वह घर पर साइबर कैफे की दुकान चलाता है. उसी दौरान यूट्यूब व व्हाट्सएप से फजल व शेर-बहादुर उर्फ प्रेमकुमार तथा सुशील कुमार से संपर्क हुआ. इन्हीं से फर्जी वेबसाइड बनाकर आधार व पैन कार्ड बनाने का काम सीख लिया. इसकी मदद से फर्जी आधार और पैन तैयार कर लेता था. website के Payment Gateway व लिंक बैंक खातो के संचालन से अवैध धन कमाता था. साइबर अपराधी अफजल आलम से दो वर्षों से जुड़ा था.
उसने बताया कि इस वेबसाइट के जरिए पूरे देश में फर्जी आधार और पैन कार्ड तैयार किए गए. उसने बताया कि अफजल आलम, सुशील कुमार, पंकज यादव व शेर बहादुर जब से जेल गए तब से चौकन्ना होकर काम कर रहा था लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ लिया.
ये भी पढ़ेंः 11 हजार से ज्यादा निजी वाहनों को किया गया स्क्रैप, सबसे ज्याद यूपी से: नितिन गडकरी