वाराणसी: बनारस में गंगा उस पार बसाई जा रही टेंट सिटी अब लगभग बनकर तैयार हो चुकी है (Tent City in Varanas). 13 जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसका उद्घाटन करेंगे. इसके बाद वाराणसी में पर्यटकों को एक नई जगह नए एक्सपीरियंस के साथ उपलब्ध हो सकेगी. कमिश्नर कौशल राज शर्मा का मानना है कि टेंट सिटी से जहां वाराणसी में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं पर्यटकों को भी बनारस में स्प्रिचुअल एक्सपीरियंस के साथ पांच सितारा सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा. उन्होंने बताया कि यह टेंट सिटी सिर्फ पर्यटकों को फायदा पहुंचाएगी, यह कहना गलत है. क्योंकि शासन और प्रशासन ने बड़े कॉर्पोरेट संस्थानों को इस टेंट सिटी तक लाने की प्लानिंग की है (corporate events in tent city).
वाराणसी प्रशासन ने वाराणसी में 5 सालों के लिए टेंट सिटी बनाए जाने का करार गुजरात की दो कंपनियों के साथ किया है. पहले फेज में 240 टेंट लगाए गए हैं. अगले पांच साल में टेंट की संख्या लगभग 800 हो जाएगी. कमिश्नर कौशल राज शर्मा का कहना है कि इसकी संख्या इस साल होने वाले आयोजनों की सफलता पर निर्भर करेगी. उन्होंने बताया कि कॉर्पोरेट इवेंट्स के अलावा सरकारी आयोजनों को भी इस टेंट सिटी में कराने की तैयारी की जा रही है. कॉर्पोरेट कंपनियों से अपने सेमिनार अपनी मीटिंग और ईयर एंड में होने वाले कॉर्पोरेट इवेंट्स आयोजित कराने के लिए संपर्क किया जा रहा है.
कमिश्नर कौशल राज शर्मा ने बताया कि जी 20 सम्मेलन से लेकर शंघाई देशों के प्रतिनिधियों को वाराणसी भ्रमण के दौरान टेंट सिटी में लाने की प्लानिंग की जा रही है. इसके अतिरिक्त कई तरह के अन्य सरकारी आयोजनों को भी यहां करने के लिए शासन स्तर पर बातचीत चल रही है. कॉर्पोरेट और सरकारी आयोजनों के दौरान विशेष अतिथियों के लिए भी तमाम व्यवस्थाएं अलग से रखी जाएंगी (facilities in tent city varanasi). इसे लेकर कार्यदायी कंपनी भी देश की बड़ी कॉर्पोरेट कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है.
माना जा रहा है कि कॉरपोरेट इवेंट का फायदा पूरी तरह से विकास प्राधिकरण को मिलेगा. कमिश्नर का कहना है कि टेंट सिटी तैयार करने में अलग-अलग स्तर पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं, इसलिए बजट का बड़ा हिस्सा लाभ के रूप में विकास प्राधिकरण को भी मिलेगा. पर्यटकों और कॉरपोरेट लेवल के अलावा सरकारी आयोजनों के लिए भी यह टेंट सिटी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
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