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लक्षण विहीन कोरोना रोगी ऐसे करें उपचार

वाराणसी जिले में कोरोना दिन प्रतिदिन तेजी से बढ़ रहा है. इस बीच कई ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण न के बराबर दिख रहे हैं. ऐसे मरीजों के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है.

लक्षण विहीन कोरोना रोगी ऐसे करें उपचार
लक्षण विहीन कोरोना रोगी ऐसे करें उपचार
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Published : Apr 18, 2021, 6:41 PM IST

वाराणसीः कोरोना महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. वर्तमान में इसका स्वरूप इतना भयावह है कि लोग पैनिक होने को मजबूर हैं. कई सारे ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण न के बराबर दिख रहे हैं. ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उन्हें किस प्रकार से उपचार करने की जरूरत है. ऐसे मरीजों की समस्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. इसे जिला प्रशासन लोगों तक पहुंचा रहा है और आमजन से अपील कर रहा है कि वह इस एडवाइजरी का पालन कर कोरोना से बचें.

जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी

1.पेरासिटामोल टेबलेट 500 मिलीग्राम दिन में तीन बार लें. (मरीज का वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर. अगर बुखार 100 डिग्री
फारेनहाइट से कम है, बुखार न होने की स्थिति में नहीं दिया जाना है).

अथवा
पेरासिटामोल टेबलेट 650 मिलीग्राम की एक दिन में तीन बार. (मरीज का वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर अगर बुखार 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक है, बुखार न होने की स्थिति में नहीं दिया जाना है)

2. टेबलेट आईवरमेक्टिन 200 माइक्रोग्राम/किलोग्राम शारीरिक वजन - 12 मिलीग्राम की एक गोली वयस्क व्यक्तियों हेतु दिन में 1 बार रात्रि के भोजन के उपरांत 5 दिन के लिए. (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं दिया जाना है)

3. कैप्सूल डोक्सीसाईक्लिन 200 मिलीग्राम दिन में दो बार (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं दिया जाना है)

अथवा

टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 10 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम/किलोग्राम शारीरिक वजन - वयस्क व्यक्तियों हेतु अधिकतम 500 मिलीग्राम दिन में 1 बार 5 दिन के लिए (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 साल से कम उम्र के बच्चों में दिया जाना है)

4. टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 10 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम/किलोग्राम शारीरिक वजन - 500 मिलीग्राम वयस्क व्यक्ति हेतु दिन में 1 बार 5 दिन के लिए (कोविड धनात्मक आने के पांचवें दिन के उपरान्त डॉक्सीसाइक्लिन 5 दिन देने के उपरांत भी बुखार जारी रहता है तो दिया जाना है. ऐसी स्थिति में में चिकित्सक से परामर्श अनिवार्य है.

5. टेबलेट विटामिन-सी 500 मिलीग्राम एक गोली दिन में तीन बार x 10 दिन के लिए.

6. टेबलेट जिंक 50 मिलीग्राम एक गोली दिन में दो बार x 10 दिन के लिए.

7.टेबलेट/कैप्सूल विटामिन बी काम्प्लेक्स 1 टेबलेट/कैप्सूल दिन में एक बार x 10 दिन के लिए.

8. विटामिन D3 - 60,000 यूनिट हर सप्ताह में एक बार दूध अथवा पानी के साथ.

9. दिन में तीन से चार-बार भाप लें.

10. सांस संबंधी व्यायाम, योग, प्राणायाम दिन में 40 से 50 मिनट तक करें (यदि आप सहज महसूस
कर रहे हों तभी करें)

11. दिन में तीन से चार-बार श्वसन दर (रेस्पिरेटरी रेट) तथा ऑक्सीजन सैचुरेशन (पल्स ओक्सिमीटर से) अवश्य नापें, ऑक्सीजन सैचुरेशन 94% से अधिक होना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः-प्राचीन संस्कृति और धरोहरों से परिपूर्ण है ये बनारस

12. पर्याप्त मात्रा में हल्का गर्म या गुनगुना पानी लें, व्यस्त व्यक्ति - 3 से 4 लीटर प्रतिदिन.

13. यदि आप पूर्व में डायबिटीज, उच्च रक्तचाप अथवा अन्य किसी अन्य क्रॉनिक (दीर्घावधि) बीमारी के लिए उपचार ले रहे थे, तो उसे अपने चिकित्सक के परामर्श के साथ जारी रखें.

नोट- टेबलेट आईवरमेक्टिन और डोक्सीसाइक्लिन का प्रयोग गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं किया जाना है. इन सभी में टेबलेट एज़ियोमायिसिन का प्रयोग किया जाए.

DISCLAIMER- वर्तमान में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनेक प्रकार के नॉन स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल प्रसारित हो रहे हैं. इस स्लाइड का उद्देश्य चिकित्सकों को प्रदेश में लक्षण विहीन अथवा कम लक्षण वाले रोगियों हेतु जारी स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन से अवगत कराना है.

ये उक्त एडवाइजरी का नियमतः पालन कर मरीज कोरोना महामारी से जंग जीत सकते हैं.

वाराणसीः कोरोना महामारी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. वर्तमान में इसका स्वरूप इतना भयावह है कि लोग पैनिक होने को मजबूर हैं. कई सारे ऐसे मरीज भी सामने आ रहे हैं, जिनमें कोरोना के लक्षण न के बराबर दिख रहे हैं. ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ रहा कि उन्हें किस प्रकार से उपचार करने की जरूरत है. ऐसे मरीजों की समस्या को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है. इसे जिला प्रशासन लोगों तक पहुंचा रहा है और आमजन से अपील कर रहा है कि वह इस एडवाइजरी का पालन कर कोरोना से बचें.

जिला प्रशासन द्वारा जारी की गई एडवाइजरी

1.पेरासिटामोल टेबलेट 500 मिलीग्राम दिन में तीन बार लें. (मरीज का वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर. अगर बुखार 100 डिग्री
फारेनहाइट से कम है, बुखार न होने की स्थिति में नहीं दिया जाना है).

अथवा
पेरासिटामोल टेबलेट 650 मिलीग्राम की एक दिन में तीन बार. (मरीज का वजन 50 किलोग्राम से अधिक होने पर अगर बुखार 100 डिग्री फारेनहाइट से अधिक है, बुखार न होने की स्थिति में नहीं दिया जाना है)

2. टेबलेट आईवरमेक्टिन 200 माइक्रोग्राम/किलोग्राम शारीरिक वजन - 12 मिलीग्राम की एक गोली वयस्क व्यक्तियों हेतु दिन में 1 बार रात्रि के भोजन के उपरांत 5 दिन के लिए. (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं दिया जाना है)

3. कैप्सूल डोक्सीसाईक्लिन 200 मिलीग्राम दिन में दो बार (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं दिया जाना है)

अथवा

टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 10 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम/किलोग्राम शारीरिक वजन - वयस्क व्यक्तियों हेतु अधिकतम 500 मिलीग्राम दिन में 1 बार 5 दिन के लिए (गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं तथा 12 साल से कम उम्र के बच्चों में दिया जाना है)

4. टेबलेट एजिथ्रोमायिसिन 10 मिलीग्राम प्रति किलोग्राम/किलोग्राम शारीरिक वजन - 500 मिलीग्राम वयस्क व्यक्ति हेतु दिन में 1 बार 5 दिन के लिए (कोविड धनात्मक आने के पांचवें दिन के उपरान्त डॉक्सीसाइक्लिन 5 दिन देने के उपरांत भी बुखार जारी रहता है तो दिया जाना है. ऐसी स्थिति में में चिकित्सक से परामर्श अनिवार्य है.

5. टेबलेट विटामिन-सी 500 मिलीग्राम एक गोली दिन में तीन बार x 10 दिन के लिए.

6. टेबलेट जिंक 50 मिलीग्राम एक गोली दिन में दो बार x 10 दिन के लिए.

7.टेबलेट/कैप्सूल विटामिन बी काम्प्लेक्स 1 टेबलेट/कैप्सूल दिन में एक बार x 10 दिन के लिए.

8. विटामिन D3 - 60,000 यूनिट हर सप्ताह में एक बार दूध अथवा पानी के साथ.

9. दिन में तीन से चार-बार भाप लें.

10. सांस संबंधी व्यायाम, योग, प्राणायाम दिन में 40 से 50 मिनट तक करें (यदि आप सहज महसूस
कर रहे हों तभी करें)

11. दिन में तीन से चार-बार श्वसन दर (रेस्पिरेटरी रेट) तथा ऑक्सीजन सैचुरेशन (पल्स ओक्सिमीटर से) अवश्य नापें, ऑक्सीजन सैचुरेशन 94% से अधिक होना चाहिए.

यह भी पढ़ेंः-प्राचीन संस्कृति और धरोहरों से परिपूर्ण है ये बनारस

12. पर्याप्त मात्रा में हल्का गर्म या गुनगुना पानी लें, व्यस्त व्यक्ति - 3 से 4 लीटर प्रतिदिन.

13. यदि आप पूर्व में डायबिटीज, उच्च रक्तचाप अथवा अन्य किसी अन्य क्रॉनिक (दीर्घावधि) बीमारी के लिए उपचार ले रहे थे, तो उसे अपने चिकित्सक के परामर्श के साथ जारी रखें.

नोट- टेबलेट आईवरमेक्टिन और डोक्सीसाइक्लिन का प्रयोग गर्भवती महिलाओं, धात्री महिलाओं और 12 वर्ष से कम आयु के बच्चों के लिए नहीं किया जाना है. इन सभी में टेबलेट एज़ियोमायिसिन का प्रयोग किया जाए.

DISCLAIMER- वर्तमान में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनेक प्रकार के नॉन स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल प्रसारित हो रहे हैं. इस स्लाइड का उद्देश्य चिकित्सकों को प्रदेश में लक्षण विहीन अथवा कम लक्षण वाले रोगियों हेतु जारी स्टैण्डर्ड ट्रीटमेंट गाइडलाइन से अवगत कराना है.

ये उक्त एडवाइजरी का नियमतः पालन कर मरीज कोरोना महामारी से जंग जीत सकते हैं.

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