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काशी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार में आई कमी

वाराणसी में जिला प्रशासन के प्रयास से कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार में कमी देखने को मिल रही है. कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद अप्रैल के मध्य में जिले में संक्रमण की रफ्तार 25 से 30 फीसदी तक पहुंच गई थी. लेकिन, अप्रैल के अंतिम सप्ताह में ये घटकर 15 से 20 फीसदी पर पहुंच गई और मई माह के शुरुआती सप्ताह में ये और नीचे आ गई है.

कोरोना संक्रमण की दर में आई कमी
कोरोना संक्रमण की दर में आई कमी
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Published : May 10, 2021, 7:48 PM IST

वाराणसी: काशी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से की जा रही कोशिशें रंग ला रही हैं. कोरोना के बढ़ते संक्रमण से कराह रही काशी में अब इस महामारी के फैलने के रफ्तार में कमी आई है. जिसकी वजह से वाराणसी में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोजाना जहां घट रही है, वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है.

कोरोना संक्रमण की दर में आई कमी
कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद अप्रैल महीने के शुरुआत में इस महामारी के संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी थी, जो अप्रैल महीने के मध्य तक 25 से 30 फीसदी तक पहुंच गई थी. लेकिन, अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जिले में कोरोना संक्रमण की दर घटकर 15 से 20 फीसदी तक पहुंच गई. इसके बाद मई माह के शुरुआती सप्ताह में ये और भी नीचे आ रही है. इसी के साथ दिन प्रतिदिन चिकित्सा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त किए जाने का परिणाम रहा कि, कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी रोजना बढ़ोतरी हुई और मृत्यु दर में भी कमी आई है.

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जागरूकता अभियान ने निभाई अहम भूमिका
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने में कोरोना कर्फ्यू एवं जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान ने भी अहम भूमिका निभाई है. कोरोना पर काबू पाने के लिए अस्पतालों व कोरोना मरीजों को चिकित्सा सुविधा संबंधी जानकारी एवं सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने में काशी कमांड रिस्पांस सेंटर (केसीआरसी) एवं नगर निगम का इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर ने भी इस कोरोना काल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.


ऑक्सीजन की कमी को भी किया गया दूर
जनपद में कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने हर सम्भव कोशिश की, जिसका परिणाम भी सार्थक रहा. जिलाधिकारी ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगने के बाद अस्पताल पूरी तरह आत्मनिर्भर बन गया, वहीं श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय एवं लाल बहादुर शास्त्री रामनगर चिकित्सालय में शीघ्र ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा. इसके अलावा गत 8 वर्षो से बंद पड़े रोहनिया के दरेखू ऑक्सीजन प्लांट को शुरू कराकर ऑक्सीजन सिलेंडर उत्पादन किया जा रहा है. जिससे कोरोना के मरीजों को और भी सुगमता से ऑक्सीजन प्राप्त होने लगी है.


घर-घर हो रहा दवा का वितरण
जिलाधिकारी ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना के प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों को नि:शुल्क दवा वितरण भी किया जा रहा है. इसके साथ ही गांव-गांव में दवाओं का वितरण अभियान चलाकर कराया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन एवं शहर के अन्य हिस्सों में नगर निगम के स्तर पर अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है.


लगातार अधिकारियों की टीमें ले रही व्यवस्थाओं का जायज़ा
जनपद में कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा अधिकारियों के टीम के साथ रोजाना पूरी व्यवस्था पर नजर रखते हुए अस्पतालों का निरीक्षण कर मरीजों को दिए जा रहे चिकित्सा व्यवस्था का स्वयं पर्यवेक्षण कर रहे हैं. इतना ही नहीं कोरोना के सभी सरकारी एवं निजी चिकित्सालय पर नोडल एवं प्रभारी अधिकारियों की तैनाती कर कोरोना मरीजों एवं उनके तीमारदारों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराए जाने के साथ ही अस्पतालों की व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है.



जिला कलेक्ट्रेट पर शीघ्र ही उपलब्ध होगी रेमडेसिविर इंजेक्शन
जिलाधिकारी ने बताया कि जिन कोरोना मरीजों का इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में हो रहा हो या फिर घर में, उनके लिए भी रेमडेसिविर इंजेक्शन वाराणसी कलेक्ट्रेट पर शीघ्र ही उपलब्ध होगी तथा सरकारी अस्पतालों के मरीजों के लिए पूर्व की भांति निःशुल्क रहेगी. उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों पर भी एक हेल्प काउंटर बनाया जाएगा. जिस पर अस्पतालों में खाली बेड सहित अन्य जानकारियां काशी वासियों को प्राप्त होंगी. इन सभी प्रयासों से कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज में सुगमता होगी, जिससे लोगों को जान नहीं गंवानी पड़ेगी.

इसे भी पढ़ें : UP में लगातार कम हो रहे कोरोना केस, 24 घंटे में 21,331 नए संक्रमित

वाराणसी: काशी में कोरोना संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से की जा रही कोशिशें रंग ला रही हैं. कोरोना के बढ़ते संक्रमण से कराह रही काशी में अब इस महामारी के फैलने के रफ्तार में कमी आई है. जिसकी वजह से वाराणसी में कोरोना संक्रमितों की संख्या रोजाना जहां घट रही है, वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है.

कोरोना संक्रमण की दर में आई कमी
कोरोना की दूसरी लहर आने के बाद अप्रैल महीने के शुरुआत में इस महामारी के संक्रमण ने रफ्तार पकड़ी थी, जो अप्रैल महीने के मध्य तक 25 से 30 फीसदी तक पहुंच गई थी. लेकिन, अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जिले में कोरोना संक्रमण की दर घटकर 15 से 20 फीसदी तक पहुंच गई. इसके बाद मई माह के शुरुआती सप्ताह में ये और भी नीचे आ रही है. इसी के साथ दिन प्रतिदिन चिकित्सा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त किए जाने का परिणाम रहा कि, कोरोना संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी रोजना बढ़ोतरी हुई और मृत्यु दर में भी कमी आई है.

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जागरूकता अभियान ने निभाई अहम भूमिका
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने में कोरोना कर्फ्यू एवं जिला प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे जन जागरूकता अभियान ने भी अहम भूमिका निभाई है. कोरोना पर काबू पाने के लिए अस्पतालों व कोरोना मरीजों को चिकित्सा सुविधा संबंधी जानकारी एवं सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने में काशी कमांड रिस्पांस सेंटर (केसीआरसी) एवं नगर निगम का इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर ने भी इस कोरोना काल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं.


ऑक्सीजन की कमी को भी किया गया दूर
जनपद में कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने हर सम्भव कोशिश की, जिसका परिणाम भी सार्थक रहा. जिलाधिकारी ने बताया कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में ऑक्सीजन प्लांट लगने के बाद अस्पताल पूरी तरह आत्मनिर्भर बन गया, वहीं श्री शिव प्रसाद गुप्त मण्डलीय चिकित्सालय एवं लाल बहादुर शास्त्री रामनगर चिकित्सालय में शीघ्र ही ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाएगा. इसके अलावा गत 8 वर्षो से बंद पड़े रोहनिया के दरेखू ऑक्सीजन प्लांट को शुरू कराकर ऑक्सीजन सिलेंडर उत्पादन किया जा रहा है. जिससे कोरोना के मरीजों को और भी सुगमता से ऑक्सीजन प्राप्त होने लगी है.


घर-घर हो रहा दवा का वितरण
जिलाधिकारी ने बताया कि होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना के प्रारंभिक लक्षण वाले मरीजों को नि:शुल्क दवा वितरण भी किया जा रहा है. इसके साथ ही गांव-गांव में दवाओं का वितरण अभियान चलाकर कराया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन एवं शहर के अन्य हिस्सों में नगर निगम के स्तर पर अभियान चलाकर सैनिटाइजेशन कराया जा रहा है.


लगातार अधिकारियों की टीमें ले रही व्यवस्थाओं का जायज़ा
जनपद में कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा अधिकारियों के टीम के साथ रोजाना पूरी व्यवस्था पर नजर रखते हुए अस्पतालों का निरीक्षण कर मरीजों को दिए जा रहे चिकित्सा व्यवस्था का स्वयं पर्यवेक्षण कर रहे हैं. इतना ही नहीं कोरोना के सभी सरकारी एवं निजी चिकित्सालय पर नोडल एवं प्रभारी अधिकारियों की तैनाती कर कोरोना मरीजों एवं उनके तीमारदारों को चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराए जाने के साथ ही अस्पतालों की व्यवस्था पर नजर रखी जा रही है.



जिला कलेक्ट्रेट पर शीघ्र ही उपलब्ध होगी रेमडेसिविर इंजेक्शन
जिलाधिकारी ने बताया कि जिन कोरोना मरीजों का इलाज प्राइवेट हॉस्पिटल में हो रहा हो या फिर घर में, उनके लिए भी रेमडेसिविर इंजेक्शन वाराणसी कलेक्ट्रेट पर शीघ्र ही उपलब्ध होगी तथा सरकारी अस्पतालों के मरीजों के लिए पूर्व की भांति निःशुल्क रहेगी. उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पतालों पर भी एक हेल्प काउंटर बनाया जाएगा. जिस पर अस्पतालों में खाली बेड सहित अन्य जानकारियां काशी वासियों को प्राप्त होंगी. इन सभी प्रयासों से कोरोना वायरस संक्रमितों के इलाज में सुगमता होगी, जिससे लोगों को जान नहीं गंवानी पड़ेगी.

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