वाराणसीः सरकार और प्रशासन लगातार कोरोना संक्रमण रोकने के लिए प्रयास कर रही है. वहीं भारत के साथ पूरे विश्व में कोरोना के कारगर इलाज की खोज जारी हैं. इसके बावजूद कोरोना के केस लगातार मिल रहे हैं. लेकिन अच्छी बात ये है कि अब कोरोना संक्रमित लोगों की स्वस्थ होने की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में ही वाराणसी में एक 103 वर्षीय वृद्ध ने कोरोना को मात दी है.
वाराणसी वैश्विक महामारी कोविड 19 के ख़िलाफ चल रही जंग में कोरोना योद्धाओं की कहानियां नई ऊर्जा व उत्साह तो देती ही हैं, सकारात्मकता का वातावरण भी पैदा करती हैं. इसी कड़ी में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय स्थित सर सुन्दरलाल अस्पताल के कोविड वॉर्ड में भर्ती तरकीबन 103 वर्षीय मरीज़ शिव शंकर भारती ने कोरोना को मात दी है. शनिवार को शिवशंकर की रिपोर्ट निगेटिव आने स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.
ताली बजाकर वृद्ध को दी अस्पताल से विदाई
कोविड नोडल अधिकारी प्रो. के.के.गुप्ता ने बताया कि मरीज़ को पुणे में एक अस्पताल में इलाज के दौरान कोविड-19 संक्रमण हो गया था. इसके बाद उन्हें सर सुन्दरलाल अस्पताल के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में भर्ती किया गया था, यहां उचित उपचार मुहैया कराया गया. उत्तम चिकित्सकीय सेवा व देखरेख के परिणामस्वरूप 103 वर्षीय मरीज ने अंततः कोरोना को मात दी. मरीज की स्वस्थ होने पर परिवारजन सहित डाक्टर भी काफी खुश हैं. स्वास्थ्य कर्मचारियों ने ताली बजाकर अपने सबसे बड़े बुजुर्ग को विदाई दिया.