वाराणसीः कोरोना ने देश को प्रत्यक्ष रूप से जितना प्रभावित किया, उतना ही अप्रत्यक्ष रूप से भी किया है. देश में लाखों पुरुष और महिलाएं कोविड के शिकार संक्रमित होकर ठीक भी हो गए. ऐसी ही एक रिपोर्ट सामने आई है. जिसमें पोस्ट कोविड महिलाओं (post covid women) के लिए गर्भ निरोधक गोलियां खतरनाक साबित हो सकती हैं. कोविड की शिकार हुई लड़कियां एवं महिलाएं अगर गर्भनिरोधक गोलियों का ज्यादा प्रयोग कर रही हैं तो इससे उनके लिवर और हार्ट पर असर पड़ सकता है. इन गोलियों के कारण महिलाओं के शरीर में बहुत से नुकसान होते हैं. उनमें ब्लट क्लॉटिंग, हाथ-पैर सुन्न होना, चेहरा सुन्न रहना जैसी दिक्कते आ सकती हैं
महिला चिकित्सक डाक्टर नेहा शर्मा (doctor neha sharma) ने बताया कि, कोविड के बाद ये देखा गया है कि यंगस्टर्स जो बिल्कुल 27-28 साल की लड़कियां हैं. जिनमें पोस्ट कोविड के बाद काफी दिक्कतें देखी गई हैं. हाईपर टेंशन, हार्ट अटैक के मामले इनमें काफी ज्यादा बढ़ गए हैं. ऐसे समय में लड़कियां गर्भ निरोधक गोलियां ले रही हैं तो उनमें हार्ट अटैक का खतरा बन सकता है. उन्होंने बताया कि अगर लड़कियों की इस केस में फैमिली हिस्ट्री है. या अगर कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है. इसके साथ ही लिवर के फंक्शन डैमेज है. वहीं, अगर फैमिली में किसी की इससे अचानक मौत के मामले सामने आए हैं. जो कुछ ऐसे मामले जिनमें हम मौत की वजह पता नहीं लगा पाते हैं. तो ऐसे लोगों को भी गर्भ निरोधक गोलियां बिल्कुल नहीं देनी चाहिए.
कंधे में दर्द और सांस लेने में होती थी तकलीफ
वहीं, पहला मामला महमूरगंज का है. यहां की रहने वाली सुमन बताती हैं कि उन्हें पिछले साल कोरोना संक्रमण हुआ था. इसके बाद से सब ठीक चल रहा था. फिर कुछ दिन बाद सीने और कंधे में दर्द रहता था. कभी-कभी तो सांस लेने में भी तकलीफ होती थी. इसके बाद डॉक्टर को दिखाया. डॉक्टर ने जांच पड़ताल के बाद बताया कि कोलेस्ट्रॉल लेवल अधिक होने से दिल में समस्या है.
डॉक्टर ने गर्भ निरोधक गोलियां लेने से रोका
पीड़ित सुमन ने बताया कि मैं गर्भनिरोधक गोलियां लेती थी. जिसे डॉक्टर ने लेने से मना कर दिया है. वहीं, दूसरा मामला चेतगंज का है. यहां की रहने वाली ममता की भी परेशानी सुमन से मिलती जुलती है. ममता को भी कोरोना संक्रमण हो गया था. जिसके बाद उनके दिल में दर्द रहने लगा. उन्होंने बताया कि 'सांस लेने में दिक्कत तो नहीं होती थी. लेकिन चलने-फिरने पर दिल में भारीपन रहता था. जिसके बाद डॉक्टर को दिखाया गया. डॉक्टर ने जांच पड़ताल के बाद गर्भ निरोधक गोलियां लेने से मना कर दिया.
हार्ट अटैक जैसे इन लक्षणों पर भी ध्यान देना चाहिए
सीने, पीठ, कंधे, हाथ या गले में दर्द और स्ट्रोक के अन्य लक्षण जैसे चेहरे, बांह, पैर या सुन्न हो जाना या कमजोर लगना और बहुत ज्यादा सिरदर्द होना या कन्फ्यूजन होना. हालांकि, ये ध्यान रखने की जरूरत है कि कई महिलाओं को इसका रिस्क ज्यादा होता है. जैसे जो महिलाएं स्मोक करती हैं या फिर जिनके परिवार में हार्ट की बीमारी, डायबिटीज या हाई बल्ड प्रेशर जैसी समस्या रही है. उन महिलाओं को गर्भ निरोधक गोलियां बिल्कुल नहीं देनी चाहिए.
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