वाराणसीः कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष राजीव राम राजू की पुलिस द्वारा बेरहमी से पिटाई किये जाने की शिकायत लेकर शुक्रवार को पार्टी के बड़े नेता कमिश्नर के कार्यालय पहुंचे. जिलाध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल, पूर्व जिलाध्यक्ष प्रजा नाथ शर्मा और पूर्व विधायक अजय राय सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने पार्टी के जिला उपाध्यक्ष की पिटाई को निंदनीय बताया है.
किसानों के साथ दिए थे धरना
कांग्रेस नेताओं के अनुसार जनपद के फूलपुर थाना अन्तर्गत करखियांव गांव में अमूल दूध कंपनी और किसानों का जमीन संबंधी विवाद हाईकोर्ट में चल रहा है. इसके बावजूद जिला प्रशासन ने किसानों की जमीन का 13 फरवरी 2021 को सीमांकन कराकर अमूल दूध कम्पनी को कब्जा दिलाने कि कोशिश की. इसका स्थानीय किसानों ने विरोध करते हुए वहीं धरना शुरू कर दिया था. उसी समय रास्ते से गुजर रहे कांग्रेस पार्टी के जिला उपाध्यक्ष राजीव राम राजू किसानों का सहयोग और उनके समर्थन में वहीं धरने पर बैठ गये थे.
लॉकअप से बाहर निकालकर पीटने का आरोप
कमिश्नर के यहां पहुंचे कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि धरना देने के दौरान स्थानीय पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को तितर-बितर कर दिया. किसानों के साथ राजीव राम राजू को भी बंद कर दिया. उसी समय कुछ भाजपा के नेता थाने के अंदर आये और जातिसूचक शब्द से अपमानित करते हुए कहा कि ये बहुत नेतागीरी कर रहा है. कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा के स्थानीय नेताओं के कहने पर पुलिस ने राजीव राम राजू को लॉकअप से बाहर निकाला और बेरहमी से उनकी तबतक पिटाई की, जबतक वे बेहोश नहीं हो गये.
राजीव राम तीन दिन अस्पताल में रहे भर्ती
राजीव राम पिटाई के बाद से कबीर चौरा अस्पताल में तीन दिन भर्ती रहे. अभी भी राजीव राम की दवा चल रही है. वहीं कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि इस पूरी घटना की जानकारी वाराणसी के सभी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को है, लेकिन आज तक घटना का कोई भी संज्ञान नही लिया गया. कांग्रेस नेताओं ने कमिश्नर से मांग की है कि इस पूरी घटना की बड़े अधिकारी से जांच कराते हुए दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाए.