वाराणसीः जिले में चित्रांश आंदोलन के बैनर तले पूर्व मुख्यमंत्री संपूर्णानंद की जयंती मनाई गई. जिले के मैदागिन स्थित पराड़कर भवन में शुक्रवार को विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया. यहां कायस्थ समाज के विद्वानों ने समाज के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की.
कायस्थ समाज एकजुट होकर करेगा संघर्ष
गोष्ठी का शुभारंभ दीप प्रज्वलन के साथ हुआ. इसके बाद मुख्य अतिथि एमएलसी आशुतोष सिन्हा ने विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में कायस्थ समाज राजनीतिक रूप से हाशिए पर चल रहा है. इसके लिए युवाओं को संघर्ष कर एकजुट होने की आवश्यकता है. हम कायस्थ समाज के साथ हैं.
अब टिकट नहीं तो वोट नहीं के सिद्धांत पर चलेंगे
शैलेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि अब कायस्थ स्वाभिमान संघर्ष का आयोजन कर हम आगामी महीनों में प्रयागराज, लखनऊ इत्यादि स्थानों पर जाकर अपने समाज के महापुरुषों की जयंती और पुण्यतिथि का आयोजन करेंगे. इन आयोजन के माध्यम से समाज का राजनीतिक जागरण करेंगे. लोगों से अपील करेंगे कि वह अपने अधिकारों को समझें. उन्होंने कहा कि कायस्थ समाज सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाएगा. कायस्थ समाज राजनीतिक समीकरण में एक मजबूत वोट बैंक के रूप में काम करता है. उन्होंने कहा कि अब हम उन्हीं लोगों को वोट देंगे, जो हमारे हित के बारे में सोचेंगे, जो हमारे समाज के उत्थान के बारे में सोचेंगे. अब हम अपनी हक मारी बर्दाश्त नहीं करेंगे. हमें टिकट नहीं, तो वोट नहीं. इसी सिद्धांत पर हम अब काम करेंगे. हम सरकार से यह कहना चाहते हैं कि अब कायस्थ जाति के लोगों को प्रताड़ित न किया जाए और उनके अधिकार उन्हें दिए जाएं.