वाराणसी: पूर्वांचल के एकमात्र सारनाथ स्थित मिनी जू (चिड़ियाघर) में जल्द ही पर्यटकों को कई प्रजाति की रंग-बिरंगी तितलियां सहित कुछ प्रजाति के सांप देखने को मिलेंगे. इसके लिए वन विभाग ने एक एकड़ से एक हेक्टेयर तक के क्षेत्रफल में बटरफ्लाई पार्क बनाने की योजना बनाई है.
जिले का सारनाथ स्थल उपदेशीय स्थल के लिए तो प्रसिद्ध ही है, लेकिन अब सारनाथ मिनी जू (चिड़ियाघर) एक अलग पहचान बनाएगा. सारनाथ रेंज के वन क्षेत्राधिकारी अरुण कुमार उपाध्याय ने बताया कि अभी सारनाथ जू में 5 काले हिरण, 125 चीतल, 10 शाही, 4 इमो पक्षी, 1 लोहा सारस, 2 सफेद बुजाय, 3 मगरमच्छ, 1 व्हाइट स्टार्क, 4 सिंघल, 3 मगरमच्छ, 2 घड़ियाल, दर्जनों की संख्या में बजरी, लाल मुनिया, लव बर्ड, जेब्रा फिंच, सन पैराकीट, सन कोनूर पक्षी, काका टील और तोता मौजूद हैं.
इसमें सन पैराकिट और सन कोनूर पक्षी को पूर्व रेंजर ऑफिसर मदन राम चौरसिया ने और बेस्टोवेड और लव बर्ड पक्षी को लेक्चरर संगीता पांडे ने एडॉप्ट किया है. कोविड-19 से पूर्व विगत वर्ष में सरकारी राजस्व 45 से 50 लाख रहा. वर्तमान समय में पर्यटकों के कम आवागमन से राजस्व में कमी हो गई है. इसके चलते उच्च अधिकारियों ने सारनाथ मिनी जू में टूटे-फूटे निर्माण और लखनऊ की तर्ज पर बटरफ्लाई पार्क बनाने के लिए शासन को बजट भेज दिया है. बजट पास होते ही सारनाथ मिनी जू का जल्द ही कायाकल्प हो जाएगा.
प्रभागीय वन अधिकारी महावीर कौजलगी ने कहा कि पर्यटकों की संख्या बढ़ाने के साथ ही सरकारी राजस्व की वृद्धि के लिए 33 एकड़ में फैले सारनाथ चिड़ियाघर को लखनऊ की तर्ज पर बनाने की योजना है. बटरफ्लाई पार्क के लिए शासन को 25 लाख रुपये का बजट प्रस्ताव भेजा गया है.