वाराणसी: 113 दिनों के इंतजार के बाद काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एक्जामिनेशन (सीआईएससीई) की 10वीं व 12वीं 2020 के नतीजे 10 जुलाई को घोषित किए गए. परीक्षा में लड़कियों के साथ-साथ इस बार लड़कों का भी दबदबा कायम रहा. जहां दसवीं में सेंट जोसेफ स्कूल की तनिष्का गुप्ता 98.67 फीसदी अंक हासिल कर टॉप पर रहीं. वहीं इसी स्कूल के दीपेश कुमार सिंह ने 98.80 फीसदी अंक हासिल कर अपना जलवा बिखेरा.
जनपद में 11 स्कूलों के 2870 परीक्षार्थी इस बार हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा में सम्मिलित हुए हैं. इसमें दसवीं के 1754 व 12वीं के 1116 परीक्षार्थी शामिल हैं. रिजल्ट घोषित होने के बाद बच्चों के चेहरे पर खुशी देखने को मिली. हालांकि कोविड-19 के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए इस बार विद्यालयों में सन्नाटा पसरा रहा. परीक्षार्थियों को विद्यालय नहीं बुलाया गया. सिर्फ एक-दो विद्यालयों में ही कुछ विद्यार्थियों की चहल-कदमी देखने को मिली.
10वीं व 12वीं की परीक्षाएं तीन फरवरी से शुरू हुईं थी. परीक्षा 31 मार्च को समाप्त हो रही थी. कोरोना महामारी के चलते सीआइएससीई ने 20 मार्च से होने वाले सभी परीक्षाएं अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दी थी. शेष परीक्षाएं 1 जुलाई से कराने का ऐलान किया गया था, लेकिन अभिभावकों के विरोध के कारण सीआईएससीई को अपने फैसले को वापस लेना पड़ा. अंत में आंतरिक मूल्यांकन एवं प्री बोर्ड के आधार पर बाकी बचे परीक्षाओं में परीक्षार्थियों को अंक देने का निर्णय लिया गया. जिसकी वजह से विद्यार्थियों को रिजल्ट के लिए 113 दिन का इंतजार करना पड़ा, जबकि 2019 में परीक्षा के 43 दिन बाद ही रिजल्ट घोषित कर दिया गया था.
कोरोना महामारी के चलते हाईस्कूल के परीक्षार्थी बस दो परीक्षा ही दे सके थे. ऐसे में बोर्ड के चार पेपर में औसत अंक दिये गये हैं. इसके साथ इंटर में सिर्फ एक पेपर बचा था, जिसमें भी औसत मार्किंग की गई है. बोर्ड ने यह स्पष्ट किया है कि यदि कोई भी विद्यार्थी अपने औसत अंक से संतुष्ट नहीं है तो वह संबंधित विषयों में परीक्षा दे सकता है. इसके लिए किसी शुल्क की आवश्यकता नहीं है. जैसे ही कोविड-19 का प्रकोप कम होगा, उसके बाद परीक्षार्थियों के लिए परीक्षा कराने का निर्णय लिया गया है. परन्तु अभी परीक्षा की तिथि निर्धारित नहीं की गई है.