वाराणसी : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कल 1 फरवरी को आम बजट पेश करेंगी. इस पर देशभर के लाेगाें की निगाहें हैं. पिछली बार की तरह इस बार भी पेपर लेस बजट पेश किया जाएगा. बजट से लाेगाें काे काफी उम्मीदे हैं. ईटीवी भारत की टीम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र की महिलाओं से बातचीत की. महिलाओं ने महंगाई पर रोक लगाने के साथ रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की बात कही.
महिलाओं ने उम्मीद जताई कि इस बार का बजट मिडिल क्लास के लिए भी फायदेमंद होगा. दरअसल यह बजट इसलिए भी खास होने वाला है, क्योंकि इस बजट के साथ ही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश की पहली महिला वित्त मंत्री बन जाएंगी जो बीते 5 सालों से लगातार बजट प्रस्तुत कर रहीं हैं. पीएम के संसदीय क्षेत्र की महिलाओं काे बजट से काफी उम्मीदें हैं.
सुनीता साेनी ने बताया कि रसाैई से कटाेरियां गायब हाे रहीं है. गैस की महंगाई से जनता परेशान है. मिडिल क्लास बहुत ज्यादा परेशान है. वे गैस नहीं भरवा सकते क्याेंकि उनकी उतनी आमदनी नहीं है. इसके अलावा कामकाजी महिलाओं की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए
मीनाक्षी दवे का कहना है कि इस बार के बजट में महिलाओं के लिए राेजगार का भी प्रावधान किया जाना चाहिए. महिलाओं के पास राेजगार रहेगा ताे वह अपने परिवार की जिम्मेदारियाें काे सही तरीके से उठा सकेंगी. पति का भी पूरा सहयाेग कर सकेंगी. रितू सिंह ने बताया कि बजट गरीबाें काे ध्यान में रखकर तैयार किया जाना चाहिए. दाल पर बहुत महंगाई है. इसकी कीमताें पर अंकुश लगाया जाना चाहिए. महंगाई कम करने के लिए सरकार काे प्रयास करना चाहिए. शिक्षा काे और सस्ता किया जाना चाहिए.
डॉली चतुर्वेदी का कहना है कि गैस के दाम घटने चाहिए. पिछली बार भी दाम कम नहीं किए गए थे. मिडिल क्लास के लाेगाें के भी आयुष्मान कार्ड बनने चाहिए. अभी केवल गरीबाें काे ही इसका लाभ मिल रहा है. मिडिल क्लास के लाेगाें काे भी इलाज के लिए काफी परेशान हाेना पड़ता है. महिलाओं के स्वास्थय काे लेकर बजट में इंतजाम किए जाने चाहिए.
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