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विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने एक नहीं, दो-दो बार दी कोरोना को मात

कोरोना महामारी के दौर में दर्द और तकलीफ की दास्तान तो आपने बहुत सुनी होगी. हम उन कहानियों को भी आपके सामने रख रहे हैं, जो आपको हौसला देगी. ये कहानियां ऐसे कोरोना वारियर्स की हैं, जिन्होंने संक्रमित होने के बाद भी ना हिम्मत हारी, ना लोगों की मदद का जज्बा कम होने दिया. आज कहानी वाराणसी कैंट विधानसभा सीट से विधायक सौरभ श्रीवास्तव की.

विधायक सौरभ श्रीवास्तव
विधायक सौरभ श्रीवास्तव
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Published : Jun 5, 2021, 10:08 PM IST

वाराणसी: कैंट विधानसभा सीट से विधायक सौरभ श्रीवास्तव एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भी विधायक सौरभ श्रीवास्तव संक्रमित हो गए. अचानक तेज बुखार और फिर बदन दर्द की शिकायत के बाद जब उन्होंने अपनी जांच करायी तब उन्हें मालूम हुआ कि कोरोना ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया है.

वीडियो रिपोर्ट

कोरोना संक्रमण की चपेट में मौसी भी

दूसरी बार संक्रमण की चपेट में आने वाले वह अकेले नहीं थे, बल्कि उनके कार्यालय प्रभारी और उनकी मौसी भी कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो चुकी थीं. इसलिए तीनों ने अपने आपको अलग-अलग कमरों में आइसोलेट कर लिया. विधायक सौरभ बताते हैं कि यह दौर बहुत कठिन था. उन्हें अत्यंत कमजोरी महसूस होने लगी. उन्होंने आयुर्वेदिक दवाओं का सहारा लिया और फिर उसका कोर्स पूरा किया. सौरभ बताते हैं कि चूंकि वह जनप्रतिनिधि हैं लिहाजा संक्रमण के दौरान भी उन्हें लोगों के फोन कॉल्स मदद के लिए आते रहे.

विधायक ने की यह अपील

सौरभ श्रीवास्तव कहते हैं कि जब वह निगेटिव हो गए तब डॉक्टर ने उन्हें अगले 4 दिनों तक जनता के बीच जाने से मना किया. सौरभ श्रीवास्तव लोगों से अपील करते हैं कि वो बिना डॉक्टर की सलाह के कोरोना के लिए दवा बिल्कुल नहीं खाएं. डॉक्टर की सलाह से ही लोग कोरोना की दवा का इस्तेमाल करें. इस दौर में हिम्मत से काम लें, ताकि आपका स्वास्थ्य बेहतर रहे.


इसे भी पढ़ें - हारेगा कोरोना, जीतेंगे हम : विधायक पूरन प्रकाश की कहानी

वाराणसी: कैंट विधानसभा सीट से विधायक सौरभ श्रीवास्तव एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान भी विधायक सौरभ श्रीवास्तव संक्रमित हो गए. अचानक तेज बुखार और फिर बदन दर्द की शिकायत के बाद जब उन्होंने अपनी जांच करायी तब उन्हें मालूम हुआ कि कोरोना ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया है.

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कोरोना संक्रमण की चपेट में मौसी भी

दूसरी बार संक्रमण की चपेट में आने वाले वह अकेले नहीं थे, बल्कि उनके कार्यालय प्रभारी और उनकी मौसी भी कोरोना संक्रमण से प्रभावित हो चुकी थीं. इसलिए तीनों ने अपने आपको अलग-अलग कमरों में आइसोलेट कर लिया. विधायक सौरभ बताते हैं कि यह दौर बहुत कठिन था. उन्हें अत्यंत कमजोरी महसूस होने लगी. उन्होंने आयुर्वेदिक दवाओं का सहारा लिया और फिर उसका कोर्स पूरा किया. सौरभ बताते हैं कि चूंकि वह जनप्रतिनिधि हैं लिहाजा संक्रमण के दौरान भी उन्हें लोगों के फोन कॉल्स मदद के लिए आते रहे.

विधायक ने की यह अपील

सौरभ श्रीवास्तव कहते हैं कि जब वह निगेटिव हो गए तब डॉक्टर ने उन्हें अगले 4 दिनों तक जनता के बीच जाने से मना किया. सौरभ श्रीवास्तव लोगों से अपील करते हैं कि वो बिना डॉक्टर की सलाह के कोरोना के लिए दवा बिल्कुल नहीं खाएं. डॉक्टर की सलाह से ही लोग कोरोना की दवा का इस्तेमाल करें. इस दौर में हिम्मत से काम लें, ताकि आपका स्वास्थ्य बेहतर रहे.


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