ETV Bharat / state

वाराणसी में मनाया गया दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति का जन्मदिन

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में आज यानि 8 अगस्त को विश्व के सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति शिवानंद बाबा का जन्मदिन से मनाया गया. शिवानंद बाबा की उम्र 124 वर्ष है. शिवानंद बाबा के जन्मदिवस के अवसर पर भक्तों ने बाबा से आशीर्वाद प्राप्त किया.

वाराणसी में मना दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति का जन्म उत्सव.
author img

By

Published : Aug 8, 2019, 3:55 PM IST

वाराणसी: शिव की नगरी काशी अपने आप में अलौकिक है. गुरुवार को विश्व के सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति शिवानंद बाबा का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया गया, बाबा 124 वर्ष के हो गए हैं. उनके जन्म दिवस के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ शिक्षा मंडल में भक्तों ने बाबा का जन्मदिन मनाया और बाबा से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद लिया.

दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति का मनाया गया जन्मदिन.

कौन हैं शिवानंद बाबा
शिवानंद बाबा का जन्म 08.08.1896 बंगाल के श्रीहट जिले में एक भिखारी परिवार में हुआ था. बाबा ने छोटे से ही बहुत ही संघर्ष किया हैं. 6 साल की आयु में बाबा की मां ने उन्हें नवदीप (बंगाल) ले जाकर समर्पित कर दिया. कहा जाता है उसके बाद बाबा की बहन और मां की मौत भी भूख के कारण हो गई. कुछ समय बंगाल में व्ययतीत किया फिर वर्ष 1907 उनको गुरु से शिक्षा मिली.1977 में बाबा वृंदावन चले गए, 1979 के बाद से काशी में आकर रहने लगे.

कुछ ऐसी है बाबा की दिनचर्या
बाबा शिवानंद की बचपन से ही भोर में 3 बजे उठने की आदत है. बाबा पानी पीकर घंटों प्राणायाम और पद्मासन करते हैं. बचपन में गरीबी रेखा से गुजरे, इसलिए फल और स्वास्थ्यवर्धक चीजें नहीं खाते हैं. खाने में केवल उबला हुआ चावल, सब्जी वर्षों से खाते चले आ रहे हैं. जीवन में कभी बीमार नहीं हुए और भक्तों के समूह में कोई उपदेश नहीं दिया.

आज बाबा का 124 वां जन्मदिन हम लोग मना रहे हैं. बाबा यहां पर भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हैं और यहां पर बहुत बड़ा भंडारा चल रहा है. लोग यहां प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बाबा के भक्त हैं. बाबा हर रोज एक घंटा पैदल टहलते हैं, योगा करते हैं उबला हुआ खाना खाते हैं. बाबा बाल ब्रह्मचारी हैं, इसलिए उनकी मेमोरी अभी तक पूरी ठीक है. कोलकाता और चेन्नई मेडिकल हॉस्पिटल की टीम ने बाबा का पूरा चेकअप किया है. बाबा अंदर से पूरी तरह स्वस्थ हैं.
-आसिम कृष्ण पाई, शिवानंद बाबा के भक्त

वाराणसी: शिव की नगरी काशी अपने आप में अलौकिक है. गुरुवार को विश्व के सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति शिवानंद बाबा का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया गया, बाबा 124 वर्ष के हो गए हैं. उनके जन्म दिवस के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ शिक्षा मंडल में भक्तों ने बाबा का जन्मदिन मनाया और बाबा से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद लिया.

दुनिया के सबसे बुजुर्ग व्यक्ति का मनाया गया जन्मदिन.

कौन हैं शिवानंद बाबा
शिवानंद बाबा का जन्म 08.08.1896 बंगाल के श्रीहट जिले में एक भिखारी परिवार में हुआ था. बाबा ने छोटे से ही बहुत ही संघर्ष किया हैं. 6 साल की आयु में बाबा की मां ने उन्हें नवदीप (बंगाल) ले जाकर समर्पित कर दिया. कहा जाता है उसके बाद बाबा की बहन और मां की मौत भी भूख के कारण हो गई. कुछ समय बंगाल में व्ययतीत किया फिर वर्ष 1907 उनको गुरु से शिक्षा मिली.1977 में बाबा वृंदावन चले गए, 1979 के बाद से काशी में आकर रहने लगे.

कुछ ऐसी है बाबा की दिनचर्या
बाबा शिवानंद की बचपन से ही भोर में 3 बजे उठने की आदत है. बाबा पानी पीकर घंटों प्राणायाम और पद्मासन करते हैं. बचपन में गरीबी रेखा से गुजरे, इसलिए फल और स्वास्थ्यवर्धक चीजें नहीं खाते हैं. खाने में केवल उबला हुआ चावल, सब्जी वर्षों से खाते चले आ रहे हैं. जीवन में कभी बीमार नहीं हुए और भक्तों के समूह में कोई उपदेश नहीं दिया.

आज बाबा का 124 वां जन्मदिन हम लोग मना रहे हैं. बाबा यहां पर भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हैं और यहां पर बहुत बड़ा भंडारा चल रहा है. लोग यहां प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बाबा के भक्त हैं. बाबा हर रोज एक घंटा पैदल टहलते हैं, योगा करते हैं उबला हुआ खाना खाते हैं. बाबा बाल ब्रह्मचारी हैं, इसलिए उनकी मेमोरी अभी तक पूरी ठीक है. कोलकाता और चेन्नई मेडिकल हॉस्पिटल की टीम ने बाबा का पूरा चेकअप किया है. बाबा अंदर से पूरी तरह स्वस्थ हैं.
-आसिम कृष्ण पाई, शिवानंद बाबा के भक्त

Intro:शिव की नगरी अपने आप में अलौकिक है। आज विश्व के सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति शिवानंद बाबा का जन्मदिन बड़े धूम धाम से मनाया गया शिवानंद बाबा 124 वर्ष के हो गए उनके जन्म दिवस के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ शिक्षा मंडल में उनके भक्तों ने बाबा का जन्म उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया और इसके साथ ही सभी भक्तों ने बाबा से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद लिया।


Body:कौन है शिवानंद बाबा

बाबा का जन्म 08.08.1896 बंगाल के श्रीहट जिले में एक भिखारी परिवार में हुआ था बाबा बालक काल से ही बहुत ही संघर्ष किए हैं 6 साल की आयु में बाबा की मां ने उन्हें नवदीप(बंगाल) ले जाकर को समर्पित कर दिया. कहा जाता है उसके बाद बाबा के बहन और मां की मौत भी भूख के कारण हो गई। कुछ समय बंगाल में व्यतीत किया फिर वर्ष 1907 उनको गुरु से शिक्षा मिली।1977 में वह वृंदावन चले गए।1979 के बाद से काशी में आकर रहने लगे।


Conclusion:क्या है बाबा की दिनचर्या

बाबा शिवानंद की दिनचर्या बचपन से ही भोर में 3:00 बजे उठने की आदत है पानी पीकर घंटों प्राणायाम और पद्मासन करते हैं बचपन में गरीबी रेखा इसके लिए फल और स्वास्थ्यवर्धक चीजें नहीं खाते खाने में केवल उबला हुआ चावल सब्जी वर्षों से खाते चले आ रहे हैं जीवन में कभी बीमार नहीं हुए और भक्तों के समूह में कोई उपदेश नहीं दिया।

बाबा के भक्त आसिम कृष्ण पाई ने बताया आज बाबा का 124 वां जन्मदिन हम लोग मना रहे हैं बाबा यहां पर भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हैं और यहां पर बहुत बड़ा भंडारा चल रहा है लोग वहां प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बाबा के भक्त हैं जो लोग यहां पर आए हैं। शिवानंद बाबा विश्व के विषमय में हो गए हैं। बाबा हर रोज एक घंटा पैदल वॉक करते हैं योगा करते हैं उबला हुआ खाना खाते हैं दान दूध और फल का बाबा ने क्या किया है। बाबा बाल ब्रह्मचारी हैं इसलिए उनका मेमोरी अभी तक पूरा ठीक है। आपको बता दें कोलकाता और चेन्नई मेडिकल हॉस्पिटल की टीम ने बाबा का पूरा चेकअप किया है। बाबा अंदर से पूरी तरह स्वस्थ है।

अशुतोष उपाध्याय

9005099684
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.