वाराणसी: शिव की नगरी काशी अपने आप में अलौकिक है. गुरुवार को विश्व के सबसे अधिक उम्र के व्यक्ति शिवानंद बाबा का जन्मदिन बड़े धूमधाम से मनाया गया, बाबा 124 वर्ष के हो गए हैं. उनके जन्म दिवस के अवसर पर दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ शिक्षा मंडल में भक्तों ने बाबा का जन्मदिन मनाया और बाबा से आशीर्वाद प्राप्त कर प्रसाद लिया.
कौन हैं शिवानंद बाबा
शिवानंद बाबा का जन्म 08.08.1896 बंगाल के श्रीहट जिले में एक भिखारी परिवार में हुआ था. बाबा ने छोटे से ही बहुत ही संघर्ष किया हैं. 6 साल की आयु में बाबा की मां ने उन्हें नवदीप (बंगाल) ले जाकर समर्पित कर दिया. कहा जाता है उसके बाद बाबा की बहन और मां की मौत भी भूख के कारण हो गई. कुछ समय बंगाल में व्ययतीत किया फिर वर्ष 1907 उनको गुरु से शिक्षा मिली.1977 में बाबा वृंदावन चले गए, 1979 के बाद से काशी में आकर रहने लगे.
कुछ ऐसी है बाबा की दिनचर्या
बाबा शिवानंद की बचपन से ही भोर में 3 बजे उठने की आदत है. बाबा पानी पीकर घंटों प्राणायाम और पद्मासन करते हैं. बचपन में गरीबी रेखा से गुजरे, इसलिए फल और स्वास्थ्यवर्धक चीजें नहीं खाते हैं. खाने में केवल उबला हुआ चावल, सब्जी वर्षों से खाते चले आ रहे हैं. जीवन में कभी बीमार नहीं हुए और भक्तों के समूह में कोई उपदेश नहीं दिया.
आज बाबा का 124 वां जन्मदिन हम लोग मना रहे हैं. बाबा यहां पर भक्तों को आशीर्वाद दे रहे हैं और यहां पर बहुत बड़ा भंडारा चल रहा है. लोग यहां प्रसाद ग्रहण कर रहे हैं. देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी बाबा के भक्त हैं. बाबा हर रोज एक घंटा पैदल टहलते हैं, योगा करते हैं उबला हुआ खाना खाते हैं. बाबा बाल ब्रह्मचारी हैं, इसलिए उनकी मेमोरी अभी तक पूरी ठीक है. कोलकाता और चेन्नई मेडिकल हॉस्पिटल की टीम ने बाबा का पूरा चेकअप किया है. बाबा अंदर से पूरी तरह स्वस्थ हैं.
-आसिम कृष्ण पाई, शिवानंद बाबा के भक्त