वाराणसी: सरकार ने गंगा को साफ करने के तमाम दावे किए लेकिन ये दावे सिर्फ दावे ही रह गए. दरअसल दशाश्वमेध घाट पर गंगा की लहरों के बीच एक बायो टॉयलेट लगा दिया गया है. इस बायो टॉयलेट को नाव पर बनाया गया है. बायो टॉयलेट गंगा की धारा पर ही शौचालय की सुविधा देने वाला है, जिसको लेकर लोग जमकर इसका विरोध कर रहे हैं.
- शौचालय की सुविधा देने के उद्देश्य से डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के जरिए गंगा पर ही बायो शौचालय लगाने का काम सरकार के निर्देश पर किया जा रहा है.
- एक बायो टॉयलेट दशाश्वमेध घाट पर लगाया जा चुका है, बाकी 2 जल्द ही घाट पर लगने वाले हैं, ये स्पेशल शौचालय नाव पर ही तैयार हुए हैं.
- दावा है कि इस बायो टॉयलेट का कचरा गंगा में नहीं गिराया जाएगा और न ही इस शौचालय में गंगा के पानी का इस्तेमाल होगा.
- कहा जा रहा है कि गंगा साफ-सुथरी रहेगी और गंगा की पवित्रता और शुद्धता पर इस शौचालय से कोई भी असर नहीं पड़ेगा.
- इतने दावों के बाद भी कंपनी का कोई भी अधिकारी कैमरे पर बोलने को तैयार नहीं है.
- वाराणसी की जनता अब इन शौचालयों का जमकर विरोध कर रही है.