वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद छात्रों को असाइनमेंट कंप्लीट करने के लिए मात्र 10 दिन दिए जा रहे हैं, जिसका छात्र विरोध कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि 10 दिन में यह कार्य नहीं हो सकता. कम से कम 20 दिन का समय दिया जाए. इसी मांग को लेकर छात्रों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बीएचयू के मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया.
बीएचयू के छात्रों की यह भी दलील है कि बीएचयू में ज्यादातर छात्र हॉस्टल में रहते हैं. वहीं पिछले चार महीनों से हॉस्टल बंद है. ऐसे में छात्र अपने गांव में हैं. यहां उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, सहित नेपाल, भूटान और म्यांमार के छात्र भी पढ़ते हैं. ऐसे में छात्र एक तरफ प्रवेश परीक्षा की तैयारी करेंगे और दूसरी तरफ असाइनमेंट की. छात्रों का कहना है कि हम लोगों को असाइनमेंट परीक्षा के लिए अधिक समय दिया जाना चाहिए.
दरअसल, वैश्विक महामारी के दौर में लास्ट ईयर के छात्रों को बीएचयू प्रशासन असाइनमेंट के आधार पर परीक्षा कराने की घोषणा की है. छात्रों का कहना है कि हम लोग विश्वविद्यालय प्रसाशन से मांग करते हैं कि असाइनमेंट की डेट प्रवेश परीक्षा एग्जाम के बाद रखें. 24 अगस्त से बीएचयू की ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन प्रवेश परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. इसी बीच अंतिम वर्ष के छात्रों को 16 से 31 अगस्त के बीच में असाइनमेंट देने की बात विश्वविद्यालय की ओर से कही जा रही है. छात्रों को असाइनमेंट मिलने के 10 दिन के भीतर ही इसे जमा करना है. इसी बीच प्रवेश परीक्षा भी आयोजित है. ज्यादातर छात्र हॉस्टल के कमरे छोड़कर अपने-अपने घरों को जा चुके हैं. ऐसे में इतने कम समय में असाइनमेंट कंप्लीट करना बहुत ही मुश्किल चुनौती है.
वाराणसी: असाइनमेंट को लेकर बीएचयू छात्रों ने जताया विरोध
वाराणसी जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद छात्रों को असाइनमेंट कंप्लीट करने के लिए 10 दिन का वक्त दिया गया है. इसका विरोध कर रहे छात्रों का कहना है कि 10 दिन में यह कार्य नहीं हो सकता. इसके लिये कम से कम 20 दिन का वक्त दिया जाना चाहिये.
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा की तिथि घोषित होने के बाद छात्रों को असाइनमेंट कंप्लीट करने के लिए मात्र 10 दिन दिए जा रहे हैं, जिसका छात्र विरोध कर रहे हैं. छात्रों का कहना है कि 10 दिन में यह कार्य नहीं हो सकता. कम से कम 20 दिन का समय दिया जाए. इसी मांग को लेकर छात्रों ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए बीएचयू के मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया.
बीएचयू के छात्रों की यह भी दलील है कि बीएचयू में ज्यादातर छात्र हॉस्टल में रहते हैं. वहीं पिछले चार महीनों से हॉस्टल बंद है. ऐसे में छात्र अपने गांव में हैं. यहां उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, सहित नेपाल, भूटान और म्यांमार के छात्र भी पढ़ते हैं. ऐसे में छात्र एक तरफ प्रवेश परीक्षा की तैयारी करेंगे और दूसरी तरफ असाइनमेंट की. छात्रों का कहना है कि हम लोगों को असाइनमेंट परीक्षा के लिए अधिक समय दिया जाना चाहिए.
दरअसल, वैश्विक महामारी के दौर में लास्ट ईयर के छात्रों को बीएचयू प्रशासन असाइनमेंट के आधार पर परीक्षा कराने की घोषणा की है. छात्रों का कहना है कि हम लोग विश्वविद्यालय प्रसाशन से मांग करते हैं कि असाइनमेंट की डेट प्रवेश परीक्षा एग्जाम के बाद रखें. 24 अगस्त से बीएचयू की ग्रेजुएशन एवं पोस्ट ग्रेजुएशन प्रवेश परीक्षाएं शुरू हो रही हैं. इसी बीच अंतिम वर्ष के छात्रों को 16 से 31 अगस्त के बीच में असाइनमेंट देने की बात विश्वविद्यालय की ओर से कही जा रही है. छात्रों को असाइनमेंट मिलने के 10 दिन के भीतर ही इसे जमा करना है. इसी बीच प्रवेश परीक्षा भी आयोजित है. ज्यादातर छात्र हॉस्टल के कमरे छोड़कर अपने-अपने घरों को जा चुके हैं. ऐसे में इतने कम समय में असाइनमेंट कंप्लीट करना बहुत ही मुश्किल चुनौती है.