वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय में विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. कुछ दिन पहले कोविड-19 के अदला-बदली का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि अब ऑनलाइन ओपीडी को लेकर विवाद शुरू हो गया है. इसे लेकर छात्रों ने ईमेल और ट्विटर के माध्यम से कुलपति समेत अन्य विश्वविद्यालय के अधिकारियों से शिकायत की है.
छात्रों का आरोप है कि उनके पास हेल्थ डायरी है, जिसके तहत वह विश्वविद्यालय में नि:शुल्क अपना इलाज करा सकते हैं, जिसके लिए स्टूडेंट हेल्थ सेंटर भी है. कोविड-19 हेल्थ सेंटर के स्थान पर छात्रों को भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर डॉक्टरों को दिखाना पड़ा है. इसमें उनकी फीस लग रही है. छात्रों का आरोप है कि मरीजों को पुराने पर्चा पर नहीं देखा जा रहा है. यही हाल यहां के कर्मचारी और अन्य लोगों का भी है.
शोध छात्र मृत्युंजय तिवारी ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति, सर सुंदरलाल चिकित्सालय के मेडिकल सुपरिटेंडेंट, छात्र अधिष्ठाता एवं अन्य अधिकारियों को ईमेल एवं ट्विटर के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराई है. हमारी मांग है जल्द से जल्द पुरानी व्यवस्था को छात्र कर्मचारियों के लिए बहाल की जाए. पुराने मरीज भी पुराने पर्चे पर नहीं देखे जा रहे हैं. इस व्यवस्था पर भी प्रशासन संज्ञान ले. हमारी मांग पूरी नहीं हुई तो जल्दी हम कुलपति महोदय से मिलकर अपनी मांग को एक बार सबके सामने रखेंगे.