वाराणसीः काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पिछले 7 दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने विभिन्न मांगों के माने जाने पर शुक्रवार को अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया. हॉस्टल, लाइब्रेरी और ऑफलाइन क्लास प्रारंभ करने की मांग को लेकर छात्र कुलपति आवास के सामने कड़ाके की ठंड में रात-दिन धरने पर बैठे थे.
इन मांगों पर बनी सहमति
- 14 दिसंबर 2020 (सोमवार) से केंद्रीय ग्रंथालय एवं साइबर लाइब्रेरी को 300 छात्र-छात्राओं के लिए खोला जाएगा.
- 14 दिसंबर 2020 (सोमवार) से सिटी डेलीगेसी 50 छात्र-छात्राओं के लिए खुलेगा.
- छात्रावास को विधिवत खोलने की प्रक्रिया सेमेस्टर परीक्षाओं के अंत (15 जनवरी) होने के साथ शुरू हो जाएगी.
- इस बार " नो ड्यूज " के बगैर ही सारी अकादमिक गतिविधियां संचालित होंगी.
प्रदर्शन में ये छात्र रहे सम्मिलित
सबकी सहमति से छात्र-छात्राओं द्वारा 7 दिन से चले आ रहे अनिश्चितकालीन आंदोलन को आज खत्म कर दिया गया है. इस आंदोलन में प्रमुख रूप से सुमित, कुंदन, शुभम, गोपी, संतोष, नीतीश, पल्लव एवं सुबोध समेत सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने भाग लिया.
छात्रों ने बताया संघर्ष का फल
छात्र पल्लव सिंह ने कहा कि पिछले 7 दिन से छात्रों ने जो संघर्ष किया उसका यह फल है. तमाम प्रयासों के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन हमारे धरना को नहीं समाप्त कर पाया. हम उन सभी को धन्यवाद कहते हैं जिन्होंने प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से हमारे इस आंदोलन में हमारा साथ दिया. मीडिया का बहुत-बहुत धन्यवाद जो हमारे साथ खड़ी रही.