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BHU सुरक्षा मामला: विश्वविद्यालय की सुरक्षा को लेकर हुई अहम बैठक, इन बातों को लेकर हुआ अहम फैसला - BHU campus security

BHU विश्वविद्यालय में छात्राओं की सुरक्षा (BHU molestation case) को लेकर अधिकारियों और जिला प्रशासन के(BHU campus security meeting) बीच अहम बैठक हुई. इस दौरान कई अहम फैसले लिए गए और सुझाव भी दिए गए.

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BHU सुरक्षा मामला
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 7, 2023, 10:38 PM IST

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बीटेक की छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद परिसर में सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. बीटेक की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ हुई घटना के दो दिन पहले भी IIT-BHU में छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है. वहीं कैंपस में सुरक्षा बढ़ाने, छात्रा को न्याय दिलाने और IIT-BHU और BHU के बीच दीवार उठाने को लेकर बीते 6 दिन से स्टूडेंट्स का धरना प्रदर्शन जारी है. ऐसे में मंगलवार को विश्वविद्यालय कैंपस में सुरक्षा और लाइटिंग-सीसीटीवी को लेकर एक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान कई अहम फैसले लिए गए और सुझाव भी दिए गए.

मुख्य आरक्षाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में मुख्य आरक्षाधिकारी, सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर, उप मुख्य आरक्षाधिकारी, चौकी प्रभारी बीएचयू, एलआईयू प्रभारी और सुरक्षाधिकारी मौजूद थे. अधिकारियों के बीच विश्वविद्यालय परिसर की सुरक्षा एवं शांति बनाए रखने के लिए कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया. इसके साथ ही कई सुझाव दिए गए.

सुरक्षा अधिकारियों और जिला प्रशासन के बीच बैठक में हुई ये चर्चा: विश्वविद्यालय परिसर में अंधेर और कम रोशनी वाले स्थानों पर लाइटिंग की समुचित व्यवस्था के काम में तेजी लाने पर चर्चा की गई. लाइटिंग के काम को जल्द से जल्द पूरा कराने की भी बात हुई. विश्वविद्यालय परिसर सहित सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराने की बात पर चर्चा की गई. सीसीटीवी कैमरे कहां और कैसे लगाए जाने हैं इस पर सुझाव दिया गया. विश्वविद्यालय परिसर के बाहरी दीवारी की सुरक्षा के लिए अधिकारी और जिला प्रशासन मिलकर संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करेंगे. जिला प्रशासन के साथ मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने की व्यवस्था करेगा.विश्वविद्यालय परिसर के गश्त ड्यूटी अधिकारी सभी गेटों पर रखे रजिस्टर की चेकिंग करेंगे.

इसे भी पढ़े-छात्रा से छेड़छाड़ मामले में BHU और IIT-BHU के बीच मंथन, इन नौ बिंदुओं पर बनी सहमति, पढ़िए डिटेल

पुलिस बूथ होगा स्थापितः पुलिस वाहन (पीआरवी) 112 और क्यूआरटी वैन सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में खड़ी रहेगी. सीरगेट, छित्तूपुर गेट, हैदराबाद गेट और नरिया गेट पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों की व्यवस्था की जाएगी. विश्वविद्यालय परिसर के सभी गेटों पर रखे रजिस्टर पर आने-जाने वाले वाहनों का विवरण लिखा जाएगा. सर सुंदरलाल अस्पताल में जल्द से जल्द पुलिस बूथ स्थापित कराने की व्यवस्था करायी जाएगी.

छात्रा के साथ हुई थी दरिंदगी, बनाया था वीडियो: बता दें कि 1 तारीख को रात के करीब 1:30 बजे IIT-BHU की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ तीन आरोपियों ने दरिंदगी की थी. पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह अपने दोस्त के साथ कैंपस में जा रही थी. इसी दौरान बुलेट बाइक से तीन आरोपी आए और दोनों को अलग किया. इसके बाद पीड़िता को अलग ले जाकर उसके कपड़े उतवाए और वीडियो बनाया. इसके साथ ही उसकी फोटो भी खींच ली. आरोपियों ने उसका मोबाइल नंबर भी ले लिया. इसके बाद करीब 15 मिनट तक उसे पकड़े रखा और छोड़कर चले गए. इस दौरान उसने प्रोफेसर के आवास में जाकर खुद को बचाया. इसके बाद अपने साथियों को इसकी जानकारी दी.

इस तरह के BHU परिसर की सुरक्षा व्यवस्था: जानकारी के मुताबिक BHU परिसर की सुरक्षा के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास 11 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट आता है. इसके साथ ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास सुरक्षा के लिए 15 चौकियां, 896 गार्ड और 43 प्रॉक्टर और सुरक्षाधिकारियों की टीम है. इन्हीं गार्डों में से कुछ की ड्यूटी सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रामा सेंटर और राजीव गांधी दक्षिणी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था में लगाई जाती है. BHU मुख्य परिसर की निगरानी के लिए लगभग 350 गार्ड बचते हैं. उनकी ड्यूटी दो शिफ्ट में लगाई जाती है. वहीं, दूसरी ओर परिसर की निगरानी के लिए लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम, एक वज्र वाहन, चार बाइक, दो पेट्रोलिंग वाहन और तीन जिप्सी भी हैं.

इन गेटों पर पूरी रात तैनात रहते हैं सुरक्षाकर्मी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंहद्वार के अलावा सीर, छित्तूपुर और हैदराबाद गेट रात में खुले रहते हैं. स्थानीय लोगों ने इसे खोले रखने के लिए कई बार विरोध किया था. इसके कारण इन गेटों पर पूरी रात गार्डों की तैनाती की जाती है. वहीं, नरिया और करौंदी गेट रात 10 बजे के बाद बंद कर दिए जाते हैं. सर सुंदरलाल अस्पताल परिसर और हैदराबाद गेट के आगे कर्मचारी निवास के लिए दो छोटे गेट हैं. इन गेट से पैदल या साइकिल वाले लोगों को निकाला जाता है. इन गेटों पर भी रात में सुरक्षा व्यवस्था लगाई जाती है. वहीं अब IIT-BHU कैंपस की सुरक्षा अब किसी अभेद्द किले की तर्ज पर करने का दावा किया गया है.

यह भी पढ़े-BHU IIT छेड़छाड़, बाउंड्रीवॉल के विरोध में छात्रों ने निकाला मार्च, बोले- संस्कारों पर नहीं आने देंगे आंच

वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बीटेक की छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना के बाद परिसर में सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं. बीटेक की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ हुई घटना के दो दिन पहले भी IIT-BHU में छात्रा के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है. वहीं कैंपस में सुरक्षा बढ़ाने, छात्रा को न्याय दिलाने और IIT-BHU और BHU के बीच दीवार उठाने को लेकर बीते 6 दिन से स्टूडेंट्स का धरना प्रदर्शन जारी है. ऐसे में मंगलवार को विश्वविद्यालय कैंपस में सुरक्षा और लाइटिंग-सीसीटीवी को लेकर एक बैठक आयोजित की गई. इस दौरान कई अहम फैसले लिए गए और सुझाव भी दिए गए.

मुख्य आरक्षाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में मुख्य आरक्षाधिकारी, सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर, उप मुख्य आरक्षाधिकारी, चौकी प्रभारी बीएचयू, एलआईयू प्रभारी और सुरक्षाधिकारी मौजूद थे. अधिकारियों के बीच विश्वविद्यालय परिसर की सुरक्षा एवं शांति बनाए रखने के लिए कई बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया. इसके साथ ही कई सुझाव दिए गए.

सुरक्षा अधिकारियों और जिला प्रशासन के बीच बैठक में हुई ये चर्चा: विश्वविद्यालय परिसर में अंधेर और कम रोशनी वाले स्थानों पर लाइटिंग की समुचित व्यवस्था के काम में तेजी लाने पर चर्चा की गई. लाइटिंग के काम को जल्द से जल्द पूरा कराने की भी बात हुई. विश्वविद्यालय परिसर सहित सभी संवेदनशील क्षेत्रों में सीसीटीवी कैमरे स्थापित कराने की बात पर चर्चा की गई. सीसीटीवी कैमरे कहां और कैसे लगाए जाने हैं इस पर सुझाव दिया गया. विश्वविद्यालय परिसर के बाहरी दीवारी की सुरक्षा के लिए अधिकारी और जिला प्रशासन मिलकर संवेदनशील स्थानों को चिन्हित करेंगे. जिला प्रशासन के साथ मिलकर विश्वविद्यालय प्रशासन सीसीटीवी कैमरे स्थापित करने की व्यवस्था करेगा.विश्वविद्यालय परिसर के गश्त ड्यूटी अधिकारी सभी गेटों पर रखे रजिस्टर की चेकिंग करेंगे.

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पुलिस बूथ होगा स्थापितः पुलिस वाहन (पीआरवी) 112 और क्यूआरटी वैन सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में खड़ी रहेगी. सीरगेट, छित्तूपुर गेट, हैदराबाद गेट और नरिया गेट पर पर्याप्त सुरक्षाकर्मियों की व्यवस्था की जाएगी. विश्वविद्यालय परिसर के सभी गेटों पर रखे रजिस्टर पर आने-जाने वाले वाहनों का विवरण लिखा जाएगा. सर सुंदरलाल अस्पताल में जल्द से जल्द पुलिस बूथ स्थापित कराने की व्यवस्था करायी जाएगी.

छात्रा के साथ हुई थी दरिंदगी, बनाया था वीडियो: बता दें कि 1 तारीख को रात के करीब 1:30 बजे IIT-BHU की द्वितीय वर्ष की छात्रा के साथ तीन आरोपियों ने दरिंदगी की थी. पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह अपने दोस्त के साथ कैंपस में जा रही थी. इसी दौरान बुलेट बाइक से तीन आरोपी आए और दोनों को अलग किया. इसके बाद पीड़िता को अलग ले जाकर उसके कपड़े उतवाए और वीडियो बनाया. इसके साथ ही उसकी फोटो भी खींच ली. आरोपियों ने उसका मोबाइल नंबर भी ले लिया. इसके बाद करीब 15 मिनट तक उसे पकड़े रखा और छोड़कर चले गए. इस दौरान उसने प्रोफेसर के आवास में जाकर खुद को बचाया. इसके बाद अपने साथियों को इसकी जानकारी दी.

इस तरह के BHU परिसर की सुरक्षा व्यवस्था: जानकारी के मुताबिक BHU परिसर की सुरक्षा के लिए प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास 11 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट आता है. इसके साथ ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के पास सुरक्षा के लिए 15 चौकियां, 896 गार्ड और 43 प्रॉक्टर और सुरक्षाधिकारियों की टीम है. इन्हीं गार्डों में से कुछ की ड्यूटी सर सुंदरलाल अस्पताल, ट्रामा सेंटर और राजीव गांधी दक्षिणी परिसर की सुरक्षा व्यवस्था में लगाई जाती है. BHU मुख्य परिसर की निगरानी के लिए लगभग 350 गार्ड बचते हैं. उनकी ड्यूटी दो शिफ्ट में लगाई जाती है. वहीं, दूसरी ओर परिसर की निगरानी के लिए लगभग 100 सीसीटीवी कैमरे, कंट्रोल रूम, एक वज्र वाहन, चार बाइक, दो पेट्रोलिंग वाहन और तीन जिप्सी भी हैं.

इन गेटों पर पूरी रात तैनात रहते हैं सुरक्षाकर्मी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के सिंहद्वार के अलावा सीर, छित्तूपुर और हैदराबाद गेट रात में खुले रहते हैं. स्थानीय लोगों ने इसे खोले रखने के लिए कई बार विरोध किया था. इसके कारण इन गेटों पर पूरी रात गार्डों की तैनाती की जाती है. वहीं, नरिया और करौंदी गेट रात 10 बजे के बाद बंद कर दिए जाते हैं. सर सुंदरलाल अस्पताल परिसर और हैदराबाद गेट के आगे कर्मचारी निवास के लिए दो छोटे गेट हैं. इन गेट से पैदल या साइकिल वाले लोगों को निकाला जाता है. इन गेटों पर भी रात में सुरक्षा व्यवस्था लगाई जाती है. वहीं अब IIT-BHU कैंपस की सुरक्षा अब किसी अभेद्द किले की तर्ज पर करने का दावा किया गया है.

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