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BHU के डॉक्टरों ने लोगों को बांटा कोविड-19 प्रिवेशन किट, किया जागरूक - वाराणसी न्यूज

वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के डॉक्टरों ने लोगों को कोविड-19 प्रिवेशन किट वितरित किया. डॉक्टरों ने लोगों को कोरोना से जागरूक करते हुए, कोविड-19 प्रिवेशन किट की उपयोगिता के बारे में बताया.

वाराणसी
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Published : May 24, 2021, 5:40 PM IST

वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय वैक्सीनेशन सेंटर के पास महामना मालवीय मिशन, काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई, राष्ट्रीय सेविका समिति काशी, चंद्र फाउंडेशन गोरखपुर के साथ मिलकर, कोविड-19 प्रिवेशन किट वितरित किया गया. इस दौरान विभिन्न संस्थानों में कार्य करने वाले लोगों को किट दिया गया. सभी को वैश्विक महामारी से किस तरह बचाया जा सकता है, साथ ही खुद को सुरक्षित रखकर लोगों की सेवा किस तरह की जाती है, इसके लिए जरूरी निर्देश दिए गए.

बीएचयू मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों को किया जागरूक

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर केके गुप्ता ने कहा- ऐसा नहीं मानें कि कोरोनावायरस कम हो गया है. आपको अभी भी लगातार मास्क एवं स्वच्छता का ध्यान रखना पड़ेगा. सैनिटाइजर का प्रयोग वहीं करें जहां पानी व साबुन की व्यवस्था ना हो. उनका कहना था कि सैनिटाइजर से अच्छा, साबुन से अच्छी तरह हाथ धोना है. साबुन से कोरोनावायरस क्या, कुत्ते के काटने के बाद फैलने वाला रैबिस संक्रमण भी धूल जाता है.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय
काशी हिंदू विश्वविद्यालय

ब्लैक फंगस बढ़ने की ये है वजह
बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आरएन चौरसिया ने बताया कि ब्लैक फंगस के फैलने का सबसे बड़ा कारण, एक ही मास्क को बार-बार प्रयोग करना है. बताया कि एक मास्क को एक बार प्रयोग करके फेंक देना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो पाए तो मास्क को गर्म पानी और साबुन के घोल में साफ करके फिर से प्रयोग कर सकते हैं. अन्यथा उससे ब्लैक फंगस की बीमारी हो सकती है.
कार्यक्रम संयोजक ने कहा
कार्यक्रम के संयोजक एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ अभय कुमार सिंह ने बताया की आशा, विश्वास और साहस यह तीन मूल मंत्र, कोविड-19 बीमारी की रोकथाम में लगे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस व सिक्योरिटी से सीखना चाहिए. साथ ही उन्होंने कोविड-19 प्रिवेशन किट की उपयोगिता को दर्शाया. इस कीट में सैनिटाइजर, मास पानी की बोतल, बिस्किट और जिंक, विटामिन डी, विटामिन सी की गोलियां है, जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं.
यह लोग हुए शामिल
महामना मालवीय मिशन के अध्यक्ष प्रोफेसर उपेंद्र कुमार त्रिपाठी, महामंत्री विजय नाथ पांडेय, चंद्र फाउंडेशन एवं राष्ट्रीय सेविका समिति के सदस्य डॉ स्मिता सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अरुण सिंह, प्रोफेसर अमित पाठक, प्रोफेसर राकेश सिंह, प्रोफेसर सदानंद शाही मौजूद रहे.

वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल चिकित्सालय वैक्सीनेशन सेंटर के पास महामना मालवीय मिशन, काशी हिंदू विश्वविद्यालय इकाई, राष्ट्रीय सेविका समिति काशी, चंद्र फाउंडेशन गोरखपुर के साथ मिलकर, कोविड-19 प्रिवेशन किट वितरित किया गया. इस दौरान विभिन्न संस्थानों में कार्य करने वाले लोगों को किट दिया गया. सभी को वैश्विक महामारी से किस तरह बचाया जा सकता है, साथ ही खुद को सुरक्षित रखकर लोगों की सेवा किस तरह की जाती है, इसके लिए जरूरी निर्देश दिए गए.

बीएचयू मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने लोगों को किया जागरूक

काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर केके गुप्ता ने कहा- ऐसा नहीं मानें कि कोरोनावायरस कम हो गया है. आपको अभी भी लगातार मास्क एवं स्वच्छता का ध्यान रखना पड़ेगा. सैनिटाइजर का प्रयोग वहीं करें जहां पानी व साबुन की व्यवस्था ना हो. उनका कहना था कि सैनिटाइजर से अच्छा, साबुन से अच्छी तरह हाथ धोना है. साबुन से कोरोनावायरस क्या, कुत्ते के काटने के बाद फैलने वाला रैबिस संक्रमण भी धूल जाता है.

काशी हिंदू विश्वविद्यालय
काशी हिंदू विश्वविद्यालय

ब्लैक फंगस बढ़ने की ये है वजह
बीएचयू न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर आरएन चौरसिया ने बताया कि ब्लैक फंगस के फैलने का सबसे बड़ा कारण, एक ही मास्क को बार-बार प्रयोग करना है. बताया कि एक मास्क को एक बार प्रयोग करके फेंक देना चाहिए. अगर ऐसा नहीं हो पाए तो मास्क को गर्म पानी और साबुन के घोल में साफ करके फिर से प्रयोग कर सकते हैं. अन्यथा उससे ब्लैक फंगस की बीमारी हो सकती है.
कार्यक्रम संयोजक ने कहा
कार्यक्रम के संयोजक एवं काशी हिंदू विश्वविद्यालय न्यूरोलॉजी विभाग के डॉ अभय कुमार सिंह ने बताया की आशा, विश्वास और साहस यह तीन मूल मंत्र, कोविड-19 बीमारी की रोकथाम में लगे डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस व सिक्योरिटी से सीखना चाहिए. साथ ही उन्होंने कोविड-19 प्रिवेशन किट की उपयोगिता को दर्शाया. इस कीट में सैनिटाइजर, मास पानी की बोतल, बिस्किट और जिंक, विटामिन डी, विटामिन सी की गोलियां है, जो हमारी प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती हैं.
यह लोग हुए शामिल
महामना मालवीय मिशन के अध्यक्ष प्रोफेसर उपेंद्र कुमार त्रिपाठी, महामंत्री विजय नाथ पांडेय, चंद्र फाउंडेशन एवं राष्ट्रीय सेविका समिति के सदस्य डॉ स्मिता सिंह, असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अरुण सिंह, प्रोफेसर अमित पाठक, प्रोफेसर राकेश सिंह, प्रोफेसर सदानंद शाही मौजूद रहे.
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