वाराणसी: ज्ञानवापी मामले को लेकर कोर्ट में सुनवाई चल रही है. इसको लेकर वाराणसी से लेकर दिल्ली तक कोर्ट में अलग-अलग याचिका पर सुनवाई हो रही है. इस बीच 10 जून को भारत बंद का आह्वान किया गया था. लेकिन 9 जून को अंजुमन इंतजामिया मसाजिद के सेकेट्री यासिम ने इस आवाहन को फर्जी करार दिया था. इसके बावजूद शुक्रवार की सुबह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र नई सड़क, दालमंडी, लोहता, बजरडीहा, इत्यादि क्षेत्रो में बंदी का असर दिखा.
मुस्लिम इलाकों के लोगों ने बताया कि ज्ञानवापी मामले को लेकर हिंदू-मुसलमान में जिस तरह से तकरार बढ़ गई है, उसके खिलाफ हम लोग खड़े होकर आपसी भाईचारा बनाने के लिए बंद किए हैं. इस बन्दी को किसी ने समर्थन नहीं दिया है. ये मुसलमानों की बन्दी है.
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मोहम्मद आसिफ ने बताया कि जुम्मे की नमाज अदा कर हम लोगों ने देश में अमन चैन की प्रार्थना की है. वहीं, मुस्लिम क्षेत्रों में दुकान बंद होने के विषय में कहा कि लोग देश में चल रहे नफरती ताकतों के विरोध में आज दुकान बंद किए हैं. अगर किसी को विरोध करना है, तो वह शांतिपूर्वक से विरोध कर सकता है. किसी को कानून हाथ में लेने की जरूरत नहीं है.
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