वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में संस्कृत विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा मिशन शक्ति के अंतर्गत नवरात्रि के अवसर पर राज्य के विभिन्न शक्ति मंदिरों में भजन गायन का आयोजन किया गया. इसी क्रम में रविवार को जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ दुर्गा मंदिर दुर्गा कुंड पर भव्य पारंपरिक भजन आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में वाराणसी के प्रसिद्ध गायक कमलेश शुक्ला गणेश पाठक ने पारंपरिक भजनों से समा बांध दिया. नवमी के अवसर पर मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम का आनंद लिया. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कलाकारों ने अपने अभिनय का प्रस्तुति करते हुए मां दरबार में हाजिरी लगाया. मां शक्ति का आराधना कलाकारों ने लोक गीत के माध्यम से किया इसीलिए इस कार्यक्रम का नाम शक्ति महोत्सव रखा गया.
प्रसिद्ध गायक कमलेश शुक्ला ने बताया मां शक्ति का समय चल रहा है. नवरात्रि में नौ देवियों का हम लोग नौ कन्याओं के रूप में आज के दिन पूजते हैं. इस कार्यक्रम का मकसद है नारी का सम्मान हो नारी की रक्षा हो यह संदेश देना. देवी के 13 शक्तिपीठों पर ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर लोक गायकों को प्रस्तुति का मौका दिया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने प्रदेश सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि शक्ति महोत्सव का कार्यक्रम है, जो जन-जन को महिला सशक्तिकरण के तरफ जोड़ेगा. नारी सम्मान के तरफ लोगों को जोड़ेंगा. कलाकार जन-जन को एक बार फिर अपनी परंपरा की तरफ ले जाएंगे.
वाराणसी: संस्कृत विभाग की ओर से मंदिरों में भजन गायन का हुआ आयोजन - वाराणसी समाचार
नवरात्रि 2020 के आखिरी दिन वाराणसी में मां दुर्गा के विभिन्न मंदिरों में संस्कृत विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा भजन संध्या कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. उपस्थित कलाकारों ने पारंपरिक भजनों से समा बांध दिया.
वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में संस्कृत विभाग उत्तर प्रदेश द्वारा मिशन शक्ति के अंतर्गत नवरात्रि के अवसर पर राज्य के विभिन्न शक्ति मंदिरों में भजन गायन का आयोजन किया गया. इसी क्रम में रविवार को जिले के प्रसिद्ध शक्तिपीठ दुर्गा मंदिर दुर्गा कुंड पर भव्य पारंपरिक भजन आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम में वाराणसी के प्रसिद्ध गायक कमलेश शुक्ला गणेश पाठक ने पारंपरिक भजनों से समा बांध दिया. नवमी के अवसर पर मंदिर में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने कार्यक्रम का आनंद लिया. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए कलाकारों ने अपने अभिनय का प्रस्तुति करते हुए मां दरबार में हाजिरी लगाया. मां शक्ति का आराधना कलाकारों ने लोक गीत के माध्यम से किया इसीलिए इस कार्यक्रम का नाम शक्ति महोत्सव रखा गया.
प्रसिद्ध गायक कमलेश शुक्ला ने बताया मां शक्ति का समय चल रहा है. नवरात्रि में नौ देवियों का हम लोग नौ कन्याओं के रूप में आज के दिन पूजते हैं. इस कार्यक्रम का मकसद है नारी का सम्मान हो नारी की रक्षा हो यह संदेश देना. देवी के 13 शक्तिपीठों पर ऐसे कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. जहां पर लोक गायकों को प्रस्तुति का मौका दिया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने प्रदेश सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि शक्ति महोत्सव का कार्यक्रम है, जो जन-जन को महिला सशक्तिकरण के तरफ जोड़ेगा. नारी सम्मान के तरफ लोगों को जोड़ेंगा. कलाकार जन-जन को एक बार फिर अपनी परंपरा की तरफ ले जाएंगे.