ETV Bharat / state

बनारस रेल इंजन कारखाने ने स्थापित किया नया कीर्तिमान, 367 लोको का किया उत्‍पादन - Varanasi latest news

बनारस रेल इंजन कारखाने ने वित्‍तीय वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक के सर्वाधिक रेल इंजनों का निर्माण कर एक नया कीर्तिमान स्‍थापित किया है.

etv bharat
बनारस रेल इंजन कारखाना
author img

By

Published : Mar 31, 2022, 8:06 PM IST

वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना ने वित्‍तीय वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक के सर्वाधिक रेल इंजनों का निर्माण कर एक नया कीर्तिमान स्‍थापित किया है. इस वर्ष मोजाम्बिक को निर्यात 04 रेल इंजनों सहित कुल 367 रेल इंजनों का निर्माण किया गया जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि है. इन 367 रेल इंजनों में यात्री रेल इंजन WAP7 कुल 31, मालवाहक रेल इंजन WAG9 कुल 332 और मोजाम्बिक के लिए 04 रेल इंजन सम्मिलित हैं.

बरेका ने वित्‍तीय वर्ष 2021-22 में निर्यातित लोको से 60.68 करोड़ और वर्ष 2011 से अब तक कुल 704 करोड़ और गैर रेलवे ग्राहकों से वर्ष 2011 से अब तक 1837 करोड़ राजस्‍व की प्राप्ति की है. वर्ष 2021-22 में बरेका ने निर्यातित रेल इंजनों के पूर्जों से 6.09 करोड़ राजस्‍व की प्राप्ति की जो पिछले वर्ष 2020-21 में 1.08 करोड़ थी. यह पिछले वर्ष की तुलना में 464 प्रतिशत अधिक है. इसी प्रकार गैर रेलवे ग्राहकों से रेल इंजनों के पूर्जों के आपूर्ति से 16.4 करोड़ की राजस्‍व प्राप्ति हुई जो पिछले वर्ष 2020-21 में 8.29 करोड़ थी. यह तुलनात्‍मक रूप से 98.6 प्रतिशत अधिक रही.

यह भी पढ़ें- गाजीपुर के व्यापारी से 8 लाख की लूट मामले में पुलिस को मिले कई अहम सुराग, जानें क्या है मामला

जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का बनारस रेल इंजन कारखाना का दौरा
बरेका में बनने वाले डीजल लोकोमोटिव अफ्रीका में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करते हुए इन केप गेज डीजल रेल इंजनों को निर्यात के लिए भारत द्वारा डिजाइन, भारत में निर्मित और भारत द्वारा वित्तपोषित मोजाम्बिक के लिए निर्यात किया गया था. क्रैंक-केस असेंबली, जो रेल इंजन का सबसे महत्वपूर्ण आइटम है, इसे बरेका में इन-हाउस बनाया गया है. इन इंजनों को वर्तमान में कोयला खदानों से कोयला ढोने के लिए भिन्‍न-भिन्‍न इकाइयों में सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक इन इंजनों का उद्घाटन औपचारिक रूप से मोजाम्बिक के महामहिम राष्ट्रपति ने 11 फरवरी 2022 को बीरा, मोजाम्बिक में जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति और भारत के उच्चायुक्त की उपस्थिति में किया था. इस प्रकार बनारस रेल इंजन कारखाना एक भरोसेमंद भागीदार और लोकोमोटिव निर्माण ब्रांड के रूप में विश्‍व पटल पर आया. परिणाम स्वरूप, मेसर्स राइट्स के अधिकारियों के साथ जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे की पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया.

महाप्रबंधक बरेका अंजली गोयल ने जिम्बाब्वे बोर्ड के अध्यक्ष एनआरजेड एडवोकेट मार्टिन तफारा दीन्हा, बोर्ड के सदस्य इलेश कुमार पटेल, महाप्रबंधक रेस्पिना, ट्रैक्शन एंड क्वालिटी लवमोर कटोन्हा और क्षेत्रीय अभियंता त्सेत्सी एनडलोवु को बैठक के दौरान बधाई दी. राइट्स और उन्हें अपने निर्यात आदेशों को पूरा करने में पूर्ण समर्थन और मुस्तैदी का आश्वासन दिया. महाप्रबंधक बरेका ने यह भी आश्वासन दिया कि बरेका जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के आर्थिक विकास और आधुनिकीकरण में भाग लेने के लिए बहुत उत्सुक है.

इस अवसर पर बरेका के उच्चाधिकारियों की टीम के साथ प्रतिनिधियों की बैठक हुई. बैठक के दौरान, बरेका की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधिमंडल को निर्यात किए गए लोको के विवरण से अवगत कराया गया. इसके बाद, उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बरेका कार्यशाला की विभिन्न शॉप जैसे न्यू ब्लॉक शॉप, इंजन टेस्ट शॉप, लोको असेंबली शॉप आदि का दौरा किया. शॉप के दौरे के दौरान, प्रतिनिधिमंडल को लोकोमोटिव के निर्माण में शामिल निर्माण के विभिन्न चरणों से अवगत कराया गया और बरेका में उपलब्ध अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं को भी दिखाया गया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: बनारस रेल इंजन कारखाना ने वित्‍तीय वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक के सर्वाधिक रेल इंजनों का निर्माण कर एक नया कीर्तिमान स्‍थापित किया है. इस वर्ष मोजाम्बिक को निर्यात 04 रेल इंजनों सहित कुल 367 रेल इंजनों का निर्माण किया गया जो अपने आप में बड़ी उपलब्धि है. इन 367 रेल इंजनों में यात्री रेल इंजन WAP7 कुल 31, मालवाहक रेल इंजन WAG9 कुल 332 और मोजाम्बिक के लिए 04 रेल इंजन सम्मिलित हैं.

बरेका ने वित्‍तीय वर्ष 2021-22 में निर्यातित लोको से 60.68 करोड़ और वर्ष 2011 से अब तक कुल 704 करोड़ और गैर रेलवे ग्राहकों से वर्ष 2011 से अब तक 1837 करोड़ राजस्‍व की प्राप्ति की है. वर्ष 2021-22 में बरेका ने निर्यातित रेल इंजनों के पूर्जों से 6.09 करोड़ राजस्‍व की प्राप्ति की जो पिछले वर्ष 2020-21 में 1.08 करोड़ थी. यह पिछले वर्ष की तुलना में 464 प्रतिशत अधिक है. इसी प्रकार गैर रेलवे ग्राहकों से रेल इंजनों के पूर्जों के आपूर्ति से 16.4 करोड़ की राजस्‍व प्राप्ति हुई जो पिछले वर्ष 2020-21 में 8.29 करोड़ थी. यह तुलनात्‍मक रूप से 98.6 प्रतिशत अधिक रही.

यह भी पढ़ें- गाजीपुर के व्यापारी से 8 लाख की लूट मामले में पुलिस को मिले कई अहम सुराग, जानें क्या है मामला

जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल का बनारस रेल इंजन कारखाना का दौरा
बरेका में बनने वाले डीजल लोकोमोटिव अफ्रीका में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं. आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को साकार करते हुए इन केप गेज डीजल रेल इंजनों को निर्यात के लिए भारत द्वारा डिजाइन, भारत में निर्मित और भारत द्वारा वित्तपोषित मोजाम्बिक के लिए निर्यात किया गया था. क्रैंक-केस असेंबली, जो रेल इंजन का सबसे महत्वपूर्ण आइटम है, इसे बरेका में इन-हाउस बनाया गया है. इन इंजनों को वर्तमान में कोयला खदानों से कोयला ढोने के लिए भिन्‍न-भिन्‍न इकाइयों में सफलतापूर्वक संचालित किया जा रहा है.

जानकारी के मुताबिक इन इंजनों का उद्घाटन औपचारिक रूप से मोजाम्बिक के महामहिम राष्ट्रपति ने 11 फरवरी 2022 को बीरा, मोजाम्बिक में जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति और भारत के उच्चायुक्त की उपस्थिति में किया था. इस प्रकार बनारस रेल इंजन कारखाना एक भरोसेमंद भागीदार और लोकोमोटिव निर्माण ब्रांड के रूप में विश्‍व पटल पर आया. परिणाम स्वरूप, मेसर्स राइट्स के अधिकारियों के साथ जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे की पांच सदस्यीय उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भारत का दौरा किया.

महाप्रबंधक बरेका अंजली गोयल ने जिम्बाब्वे बोर्ड के अध्यक्ष एनआरजेड एडवोकेट मार्टिन तफारा दीन्हा, बोर्ड के सदस्य इलेश कुमार पटेल, महाप्रबंधक रेस्पिना, ट्रैक्शन एंड क्वालिटी लवमोर कटोन्हा और क्षेत्रीय अभियंता त्सेत्सी एनडलोवु को बैठक के दौरान बधाई दी. राइट्स और उन्हें अपने निर्यात आदेशों को पूरा करने में पूर्ण समर्थन और मुस्तैदी का आश्वासन दिया. महाप्रबंधक बरेका ने यह भी आश्वासन दिया कि बरेका जिम्बाब्वे के राष्ट्रीय रेलवे के आर्थिक विकास और आधुनिकीकरण में भाग लेने के लिए बहुत उत्सुक है.

इस अवसर पर बरेका के उच्चाधिकारियों की टीम के साथ प्रतिनिधियों की बैठक हुई. बैठक के दौरान, बरेका की क्षमताओं का प्रदर्शन किया गया और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधिमंडल को निर्यात किए गए लोको के विवरण से अवगत कराया गया. इसके बाद, उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने बरेका कार्यशाला की विभिन्न शॉप जैसे न्यू ब्लॉक शॉप, इंजन टेस्ट शॉप, लोको असेंबली शॉप आदि का दौरा किया. शॉप के दौरे के दौरान, प्रतिनिधिमंडल को लोकोमोटिव के निर्माण में शामिल निर्माण के विभिन्न चरणों से अवगत कराया गया और बरेका में उपलब्ध अत्याधुनिक विनिर्माण सुविधाओं को भी दिखाया गया.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.