वाराणसी: सावन में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भक्तों की जबरदस्त भीड़ होती है. भक्तों की भीड़ को नियंत्रित करने के मंदिर प्रशासन द्वारा बहुत सी व्यवस्थाएं की जाती है. हर बार सावन में बाबा विश्वनाथ पर महंगाई का असर भी दिखने लगता है. भक्तों की जेब पर भी इसका गहरा असर पड़ता है.
इस बार भी 4 जुलाई से शुरू हो रहे सावन को दृष्टिगत रखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में सुगम दर्शन, श्रृंगार और मंगला आरती से लेकर अन्य अनुष्ठान के रेट में भी बढ़ोतरी कर दी गई है. सामान्य दिनों में सुभम दर्शन 500 रुपये होता है, जबकि इसे बढ़ाकर सावन के सोमवार पर 750 रुपये कर दिया गया है. वहीं, मंगला आरती के रेट में भी दोगुनी बढ़ोतरी हुई है. श्री काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से शुक्रवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी गई है. काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से निर्णय लिया गया है कि सावन की शुरुआत 4 जुलाई से हो रही है. इस बार अधिक मास होने की वजह से सावन का यह पर्व 31 अगस्त तक चलेगा. इसलिए कुल 8 सोमवार और श्रावण पूर्णिमा के दिन बाबा विश्वनाथ के अलग-अलग श्रृंगार किए जाएंगे.
आरती तथा धार्मिक अनुष्ठानों के बढ़े रेट
गोदौलिया से मैदागिन तक बनेगा नो व्हीकल जोन: शहर को सुचारू रूप से संचालित करते हुए साफ-सफाई के साथ ही ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए महापौर अशोक तिवारी ने सर्किट हाउस में नगर निगम और जिला प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की. बैठक में महापौर ने रथयात्रा से दशाश्वमेध तक सड़कों किनारे लगने वाले अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाने को कहा.
महापौर ने कहा कि गोदौलिया से मैदागिन तक नो व्हीकल जोन बनाने की योजना है. इसलिए अभियान चलाने से पूर्व लोगों को लाउडस्पीकर से इसकी सूचना अवश्य दी जाए. अभियान चलाने से पहले व्यापार मंडल से वार्ता करके सहमति बनाई जायेगी. मंडलायुक्त द्वारा नगर निगम के अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश देते हुए स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा गया, ताकि शहर को साफ किया जा सके.
उन्होंने कहा अभियान केवल खानापूर्ति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने भिक्षाटन को लेकर चल रहे अभियान को लगातार चलाने को कहा गया. पुलिस कमिश्नर ने अतिक्रमण मुक्त अभियान में पुलिस प्रशासन के सहयोग का आश्वासन दिया. नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम पूरी तरह विकास कार्यों को लेकर तत्पर है तथा स्वच्छता व जाम को लेकर लगातार कार्य किया जा रहा. तालाबों के विकास को लेकर नगर निगम द्वारा लगातार योजना बनाई जा रही है.
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