वाराणसी: रंगभरी एकादशी के तीसरे दिन माता गौरा का गौना कराने पहुंचे काशी पुराधिपती का रंगभरी ठंडाई से स्वागत किया गया. बाबा की बारात में शामिल सभी गण ने रंगभरी ठंडई का स्वाद चखा. रंगभरी की पूर्व संध्या पर बाबा काशी विश्वनाथ अपने ससुराल पहुंचे. महंत आवास पर बाबा की बारात का स्वागत फल, मेवे और मिश्राम्बू की खास रंगभरी ठंडाई से पारंपरिक तरीके से किया गया.
रंगभरी एकादशी पर बाबा की निकलेगी शोभायात्रा
महंत डॉ. कुलपति तिवारी ने बताया कि ससुराल पहुंचे बाबा काशी विश्वनाथ रंगभरी एकादशी को भक्तों को दर्शन देंगे. 24 मार्च रंगभरी एकादशी के दिन ब्रह्म मुहूर्त में बाबा का पूजन होगा. रजत प्रतिमाओं का पंचगव्य तथा पंचामृत से स्नान और दुग्धाभिषेक कराने के बाद 11 वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा मंत्रोउच्चार के साथ पूजन, फलाहार का भोग के पश्चात महाआरती की जाएगी. शाम को बाबा काशी विश्वनाथ और माता गौरी के साथ गणेश जी शोभायात्रा निकाली जाएगी.