ETV Bharat / state

अब आयुष चिकित्सक कराएंगे क्षय रोगियों की पहचान, इसके लिए उन्हें मिलेगा इनाम

देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त बनाने को लेकर लगातार हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. इस दिशा में सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसके तहत अब आयुष चिकित्सकों को भी क्षय रोगियों का ब्योरा देना होगा.

etv bharat
क्षय रोगियों की पहचान
author img

By

Published : Jun 22, 2022, 10:36 PM IST

वाराणसी: देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त बनाने को लेकर लगातार हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. इस दिशा में सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसके तहत अब आयुष चिकित्सकों को भी क्षय रोगियों का ब्योरा देना होगा. वो अब क्षय रोगियों को पीएचसी, सीएचसो के लिए रेफर कर सकेंगे. जहां निक्षय पोर्टल पर रोगी के पंजीकृत होने पर ऐसे चिकित्सकों को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.

इस बारे में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय ने विशेष गाइडलाइन जारी की है. नये निर्देशों के अनुसार यदि आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी का कोई भी निजी चिकित्सक टीबी के लक्षण वाले किसी मरीज का उपचार करता है तो सबसे पहले इसकी सूचना उसे निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल को अनिवार्य रुप से देनी होगी.

etv bharat
क्षय रोगियों की पहचान

इसे भी पढ़ेंः वाराणसी एयरपोर्ट पर संस्कृत में अनाउंसमेंट, देश में पहली बार किया गया प्रयोग

ऐसे चिकित्सकों के क्लीनिक पर कोई भी ऐसा मरीज जिसे दो सप्ताह से लगातार खांसी आ रही है, बुखार आता हो, पसीना लगातार आता हो, बलगम में खून आता हो, लगातार वजन घट रहा हो जैसे लक्षण दिखें तो ऐसे संभावित क्षय रोगी को तत्काल जांच के लिए निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अथवा जिला और मण्डलीय चिकित्सालय में भेजना होगा. जांच में क्षय रोग की पुष्टि होने पर निजी आयुष चिकित्सक को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि उसके खाते में दी जाएगी. डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि नये निर्देशों पर अमल के लिए जिले के सभी निजी होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्ससकों की सूची तैयार की जा रही है.

etv bharat
क्षय रोगियों की पहचान
मरीजों को निःशुल्क मिलेगा इलाजउन्होंने जिले के सभी चिकित्सकों से यह अपील की है कि वह क्षय रोग के लक्षण वाले सभी मरीजों को क्षय रोग विभाग या फिर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भेजें ताकि क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने में मदद मिल सके. उन्होंने कहा कि लक्षण वाले मरीज में क्षय रोग की पुष्टि होने पर मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों और उसके संपर्क में रहने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी. क्षय रोग की पुष्टि होने पर सभी का मुफ्त इलाज किया जायेगा.यह हैं क्षय रोग के लक्षण-• दो हफ्ते या उससे अधिक समय से लगातार खांसी का आना•खांसी के साथ बलगम और बलगम के साथ खून आना• वजन का घटना एवं भूख कम लगना• लगातार बुखार रहना, सीने में दर्द होनाऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

वाराणसी: देश को वर्ष 2025 तक क्षय रोग से मुक्त बनाने को लेकर लगातार हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं. इस दिशा में सरकार ने एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसके तहत अब आयुष चिकित्सकों को भी क्षय रोगियों का ब्योरा देना होगा. वो अब क्षय रोगियों को पीएचसी, सीएचसो के लिए रेफर कर सकेंगे. जहां निक्षय पोर्टल पर रोगी के पंजीकृत होने पर ऐसे चिकित्सकों को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जायेगी.

इस बारे में जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि इसके लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य निदेशालय ने विशेष गाइडलाइन जारी की है. नये निर्देशों के अनुसार यदि आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी का कोई भी निजी चिकित्सक टीबी के लक्षण वाले किसी मरीज का उपचार करता है तो सबसे पहले इसकी सूचना उसे निकटतम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला अस्पताल को अनिवार्य रुप से देनी होगी.

etv bharat
क्षय रोगियों की पहचान

इसे भी पढ़ेंः वाराणसी एयरपोर्ट पर संस्कृत में अनाउंसमेंट, देश में पहली बार किया गया प्रयोग

ऐसे चिकित्सकों के क्लीनिक पर कोई भी ऐसा मरीज जिसे दो सप्ताह से लगातार खांसी आ रही है, बुखार आता हो, पसीना लगातार आता हो, बलगम में खून आता हो, लगातार वजन घट रहा हो जैसे लक्षण दिखें तो ऐसे संभावित क्षय रोगी को तत्काल जांच के लिए निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र अथवा जिला और मण्डलीय चिकित्सालय में भेजना होगा. जांच में क्षय रोग की पुष्टि होने पर निजी आयुष चिकित्सक को 500 रुपये की प्रोत्साहन राशि उसके खाते में दी जाएगी. डॉ. राहुल सिंह ने बताया कि नये निर्देशों पर अमल के लिए जिले के सभी निजी होम्योपैथिक, आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्ससकों की सूची तैयार की जा रही है.

etv bharat
क्षय रोगियों की पहचान
मरीजों को निःशुल्क मिलेगा इलाजउन्होंने जिले के सभी चिकित्सकों से यह अपील की है कि वह क्षय रोग के लक्षण वाले सभी मरीजों को क्षय रोग विभाग या फिर नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर भेजें ताकि क्षय रोग को जड़ से समाप्त करने में मदद मिल सके. उन्होंने कहा कि लक्षण वाले मरीज में क्षय रोग की पुष्टि होने पर मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों और उसके संपर्क में रहने वाले लोगों की भी जांच की जाएगी. क्षय रोग की पुष्टि होने पर सभी का मुफ्त इलाज किया जायेगा.यह हैं क्षय रोग के लक्षण-• दो हफ्ते या उससे अधिक समय से लगातार खांसी का आना•खांसी के साथ बलगम और बलगम के साथ खून आना• वजन का घटना एवं भूख कम लगना• लगातार बुखार रहना, सीने में दर्द होनाऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.