वाराणसी: गंगा रेत पर सर्द हवाओं के बीच छात्र-छात्राओं ने एक अलग ही संदेश देने का प्रयास किया. छात्रों ने अपने कठिन प्रयास से समाज को आइना दिखाने का काम किया. छात्रों ने कुल 57 कलाकृतियों को रेत पर उकेरा. कलाकृतियों में अधिकतम कलाकृति महिलाओं पर हो रहे जुल्म और सीएए को लेकर थी. वहीं कलाकृतियों में खास आकर्षण का केंद्र रही निर्भया कांड में दोषियों को फांसी देते हुए की आकृति, जिसने सबको अपनी ओर आकर्षित किया.
गंगा पार खुले आकाश के नीचे सर्द हवा के बीच युवा कलाकारों ने बालू के छोटे-छोटे किले बनाकर उन्हें आकार दिया. कलाकारों ने समाज में चल रहे ज्वलंत मुद्दों पर रेत की आकृति बनाई. रेत पर आकृति के इस प्रतियोगिता में कुल 283 कलाकार शामिल हुए, जिसमें बीएचयू के कलाकारों ने नारी महत्ता जैसे विषयों पर आकर्षक तरीके से चिंतन किया. कलाकारों के इन कलाकृतियों से कहीं न कहीं यह संदेश भी देने का प्रयास किया कि समाज में हिंसा और महिलाओं पर होने वाले अपराध पर जल्द अंकुश लगे.
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