वाराणसी: जर्जर भवनों के गिरने की खतरे के तहत वाराणसी जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने नगर निगम को पत्र लिखा है. उन्होंने एक सप्ताह के अंदर जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण का आदेश दिया है. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि यदि 1 सप्ताह के अंदर जर्जर भवनों का ध्वस्तीकरण नहीं किया गया, तो संबंधित विभाग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
जिलाधिकारी ने नगर निगम को लिखा पत्र
डीएम कौशल राज शर्मा ने कहा कि जर्जर भवनों के गिरने का खतरा हैं. वर्तमान में बारिश के कारण यह खतरा और भी बढ़ गया है. इसलिए नगर आयुक्त को पत्र लिखकर के महानगर में मौजूद जर्जर भवनों के भवन स्वामियों को ध्वस्तीकरण हेतु निर्देश दिया गया हैं. उन्होंने बताया कि जनपद में नगर निगम के द्वारा पहले ही जर्जर भवनों का सर्वे करा दिया गया है और भवन स्वामियों को पूर्व में नोटिस भी जारी की गई है. परंतु अभी तक इस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ हैं. जिसके कारण पुनः एक सप्ताह के अंदर ध्वस्तीकरण कराने का निर्देश दिया गया हैं.
अपने खर्च पर भवन स्वामी जर्जर भवनों का कराए ध्वस्तीकरण
डीएम ने कहा कि जर्जर भवनों के कारण ऐसे मौसम में इन भवनों में रहने वाले सदस्य व आसपास के घर सुरक्षित नहीं है. ऐसी दशा में यह आवश्यक है कि संबंधित भवन स्वामियों के द्वारा अपने जर्जर भवन के ध्वस्तीकरण का कार्य स्वयं के खर्च पर एक सप्ताह में सम्पन्न कराया जाए. यदि भवन स्वामी अपने मकान का ध्वस्तीकरण नहीं कराता है, तो नगर निगम के द्वारा अपने संसाधनों से जर्जर भवन को ध्वस्त कराया जाए और इसमें होने वाले खर्च को भवन स्वामी से वसूल किया जाए.
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एक सप्ताह के अंदर सम्पन्न हो ध्वस्तीकरण की कार्रवाई
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई एक सप्ताह में पूर्ण की जाए. आगामी 2 दिनों में यह अवगत कराया जाए कि ऐसे कितने भवनों को तकनीकी नोटिस देने का कार्य पूरा किया गया है, कितने लंबित हैं, जिससे भविष्य में होने वाले जनहानि से बचा जा सके.