वाराणसीः वाराणसी में बाउंसर लगाकर टमाटर बेचने वाला मामला आपको याद होगा. वही, जिसमें अजय कुमार यादव ने एक दुकान पर बाउंसर लगाकर टमाटर बेचे थे और महंगाई का विरोध जताया था. उसी अजय यादव उर्फ फौजी को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बड़ा गिफ्ट दिया है. दरअसल, सपा का एक लेटर हेड वायरल हो रहा है, जिसमें लिखा है कि अजय यादव को युवजन सभा की प्रदेश कार्यकारिणी का प्रदेश महासचिव बना दिया है. इसी के चलते अब फौजी को बधाइयां मिल रही हैं.
बता दें कि टमाटर की कीमतें 200 रुपए किलो तक पहुंच गईं थीं. तभी इसे लेकर विरोध भी तेज हो गए थे. इस बीच शहर के रहने वाले अजय कुमार यादव उर्फ फौजी ने टमाटर की दुकान पर बाउंसर लगाकर टमाटर बेचे थे. इसके साथ ही लोगों को बेवजह टमाटर को हाथ नहीं लगाने दिया जा रहा था. इसे लेकर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी अजय यादव का समर्थन करते हुए ट्वीट किया था.
आज सोशल मीडिया पर समाजवादी पार्टी का एक लेटर हेड वायरल हो रहा है. इसमें लिखा है कि समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देशानुसार अजय फौजी निवासी फौजी कोठी को सिरगोवर्धनपुर बीएचयू लंका वाराणसी को समाजवादी युवजन सभा की प्रदेश कार्यकारिणी में प्रदेश महासचिव नामित किया गया है. इस लेटर हेड में नरेश उत्तम पटेल के हस्ताक्षर भी हैं. लेटर वायरल होने के बाद अजय यादव को समाजवादी पार्टी से जुड़े लोग बधाइयां दे रहे हैं. वहीं कुछ लोग अखिलेश से नाराज हैं.
अखिलेश ने अजय का किया था समर्थन
दरअसल, इस मामले के बाद पुलिस ने कार्रवाई की थी. नगवां के एक गरीब सब्जी वाले और उसके बेटे को 3-4 दिन के लिए जेल में रहना पड़ा था. इसके साथ ही अखिलेश यादव ने अजय फौजी के इस काम का समर्थन भी किया था. उन्होंने सोशल मीडिया साइट 'एक्स' (ट्विटर) पर एक पोस्ट किया. उन्होंने लिखा था कि भाजपा टमाटर को ‘Z PLUS’ सुरक्षा दे. उनके इस ट्वीट के बाद से प्रदेशभर में टमाटर कांड चर्चा का विषय बन गया था. इसी के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी की कार्रवाई की थी.
सपा कार्यकर्ताओं ने किया हंगामा
अखिलेश यादव की इस तरह की नीति का उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया था. उनका कहना था कि अखिलेश यादव कर्मठ कार्यकर्ताओं को पूछते नहीं हैं, वहीं जब यह पूरा मामला हुआ था तो अजय यादव सहित समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने लंका पर हंगामा किया था. इसके साथ ही जब पुलिस ने सब्जी बेचने वाले पिता-बेटे को गिरफ्तार किया तो उसे छोड़ने को लेकर भी हंगामा किया. वहीं आरोपी अजय इस मामले के बाद से कई दिनों तक फरार चल रहा था, जिसे पुलिस ने बाद में पकड़ा. हालांकि वह जमानत पर बाहर आ गया.
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