वाराणसीः जिले के दुर्गा कुंड क्षेत्र के श्री हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय में अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक के पहले दिन की बैठक समाप्त हो गई. बैठक में देश भर से 100 से ज्यादा साधु संतों ने हिस्सा लिया. बैठक में मुख्य रूप से अयोध्या में श्री राम का भव्य मंदिर निर्माण कार्य के लिए देश भर के हिंदुओं का अंशदान हो सके इस पर विचार विमर्श किया गया. साथ ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में आज से धन संकलन अभियान का शुभारंभ भी किया गया. साथ ही बैठक में लव जिहाद, भारत नेपाल के बिगड़ते रिश्ते, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के विषय सहित 11 मुद्दों पर चर्चा हुई.
इस कार्यक्रम में शामिल हुए ये संत
बैठक में अविचल दास महाराज, ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती, निर्मल अखाड़े के महंत ज्ञानदेव सिंह, जगतगुरु रामानुजाचार्य स्वामी वासुदेवाचार्य विद्याभास्कर, युगपुरुष स्वामी परमानंद गिरि, महामंडलेश्वर अलख गिरी, कालिका पीठाधीश्वर महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत, स्वामी हंसानन्द तीर्थ, स्वामी बाबा निर्मोही, महंत बलराम दास हठयोगी, संतो के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी अनिल, विश्व हिंदू परिषद के चंपत राय, भारतीय जनता पार्टी के विधायक, मंत्री भी शामिल हुए.
संतों की श्रृंगार गौरी दर्शन की इच्छा
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए महामंडलेश्वर मनमोहन दास ने कहा कि संतों ने मां श्रृंगार गौरी दर्शन की इच्छा जताई है. बता दें कि श्रृंगार गौरी का मंदिर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद के पीछे ईशान कोण में स्थित है. महामंडलेश्वर मनमोहन दास ने बताया कि अखिल भारतीय संत समिति की राष्ट्रीय बैठक वाराणसी में चल रही है. संतों का उद्देश्य है कि राष्ट्रीय सुरक्षा, देश रक्षा, गो-गंगा रक्षा हो. साथ ही श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का हो रहे निर्माण कार्य का संत अवलोकन करें. उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि में राम का भव्य मंदिर निर्माण हो रहा है, उस पर यहां पर चर्चा की जा रही है.