वाराणसीः सूरत कोर्ट द्वारा राहुल गांधी को 2 साल की सजा सुनाए जाने के बाद लोकसभा में उनकी सदस्यता को रद कर दिया गया है. राहुल गांधी की सदस्यता रद होने के बाद कांग्रेस पार्टी जहां इसका विरोध कर रही हैं, तो वही कांग्रेस प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने भी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को अपनी बात रखने का मौका देना चाहिए. इस तरीके का कदम लोकतंत्र को खत्म करने जैसा है. यह पूरी तरीके से साजिशन हुआ है. कांग्रेस इसका विरोध करती है.
बता दें कि सूरत कोर्ट में मोदी सरनेम को लेकर राहुल गांधी द्वारा दिए गए बयान पर 2 साल की सजा सुनाई गई है जिसके बाद आज लोकसभा सचिवालय में अधिसूचना जारी करके राहुल गांधी की सदस्यता को रद्द कर दिया गया है. बड़ी बात यह है कि, यदि अब ऊपरी अदालत से राहुल गांधी को राहत नहीं मिली तो, 2024 के चुनाव के लिए भी उन्हें बड़ा झटका लग सकता है.
इस बारे में कांग्रेस प्रदेश प्रांतीय अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि जो सजा दी गई है वह कानूनी प्रक्रिया के तहत दी गई है. यदि किसी भी सांसद या विधायक को 2 साल या उससे ज़्यादा की सजा होती है तो उसकी सदस्यता समाप्त हो जाती है लेकिन, यहां सवाल यह है कि राहुल गांधी को बोलने से रोका जाए, उसको लेकर के यह षडयंत्र रचा गया है क्योंकि जिस तरीके से लगातार वह कह रहे थे कि मुझे बोलने नहीं दिया जा रहा है, चार-चार मंत्रियों ने आरोप लगाया उसके बाद भी मुझे अपनी बात नहीं रखने दी गई. ऐसे में साजिश के तहत उनकी सदस्यता रद की गई है.
उन्होंने कहा कि हम सभी न्यायपालिका का सम्मान करते हैं पर सदस्यता का निर्णय लोकसभा और उनके अध्यक्ष को लेना था. तत्काल जिस तरीके से सदस्यता समाप्त की गई यह उचित नहीं है. वो बोलना चाहते थे, सरकार नहीं चाहती थी कि वह अपनी बात रखें. इस वजह से यह निर्णय लिया गया है.
उन्होंने कहा कि न्यायपालिका में हम जाएंगे न्याय की गुहार लगाएंगे और इसके साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यदि पार्टी हमको दिशा निर्देश देगी तो हम सड़कों पर भी उतरने का काम करेंगे क्योंकि कांग्रेस का एक-एक कार्यकर्ता राहुल गांधी जी के साथ है और हमेशा खड़ा रहेगा. हम लोकतंत्र की हत्या की साजिश को मुकम्मल नहीं होने देंगे.
राजबब्बर बोले, कानूनी मसले का हल कानून से ही निकलेगा
पूर्व सांसद और सिने अभिनेता राजबब्बर शुक्रवार को फिरोजाबाद में थे. यहां उन्होंने कांग्रेस नेता प्रकाश निधि गर्ग और गुलाम जिलानी के घर पहुंचकर उन्हें सान्त्वना दी.पिछले दिनों गुलाम जिलानी के पिता पूर्व विधायक गुलाम नबीं एडवोकेट और प्रकाश निधि गर्ग की मां का निधन हो गया था. इस दौरान वह मीडिया से भी रूबरू हुए. उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद करने के सवाल पर कहा कि कोर्ट मुझे भी दो साल की सजा सुना चुका है. चूंकि यह कोर्ट का मामला है इसलिए कोई टिप्पणी नही की जा सकती है लेकिन अपील का मौका मिला है, देखा जाएगा. कानूनी मसले का हल कानून के जरिये ही निकलेगा. मेरा कुछ भी कहना ठीक नही होगा.
अखिलेश यादव ने ट्वीट से साधा निशाना
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संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं; सड़क पर लड़कर जीते गये हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुँची है।
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जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुँची है।संसद की सदस्यता के अपहरण से राजनीतिक चुनौती ख़त्म नहीं हो जाती। सबसे बड़े आंदोलन संसद नहीं; सड़क पर लड़कर जीते गये हैं।
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जिन महोदय ने मानहानि का दावा किया है दरअसल ये उन्हें अपने उन लोगों पर करना चाहिए जो अपने देश को धोखा देकर विदेश भाग गये, जिससे उनके नाम-मान को हानि पहुँची है।
प्रमोद तिवारी बोले, भाजपा षड्यंत्र की सूत्रधार
प्रयागराज में कांग्रेस पार्टी में उप नेता बनाए जाने के बाद पहली बार पहुंचे कांग्रेस के सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की सफलता से घबराई बीजेपी को जब अपना सिंहासन डोलता हुआ नजर आया तो एन केन प्रकारेण संसद में उन्हें उनकी उस गर्जना को रोकना चाहा. जब संसद सत्र चल रहा है तो भारतीय जनता पार्टी राहुल गांधी को बोलने नहीं दे रही है. 13 मार्च से अब तक संसद की कार्यवाही नहीं चल पा रही है. बयान पर हुई सजा को गलत तरीके से पेश किया गया है. हम चाहते हैं अडानी की जांच हो. स्टेट बैंक, भारतीय जीवन बीमा निगम सहित श्रीलंका जैसे देशों में शर्तों को शिथिल करके अडानी ग्रुप को ठेके दिलाये गए. न्यायपालिका और न्यायालय के पति पूर्ण सम्मान व्यक्त करते हुए बोले कि भारतीय जनता पार्टी को षड्यंत्र का सूत्रधार मानता हूं. शासकों का जब लोकतंत्र पर विश्वास नहीं रह जाता तब ऐसी हरकत करते हैं क्योंकि उन्हें डर लगता है सत्ता चली जाएगी. लोकतंत्र का हनन हो रहा है और संवैधानिक संस्थाओं ईडी, सीबीआई और आयकर को प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित किया जा रहा है.
जेपीसी में मात्र अडानी समूह की ही जांच नहीं होगी बल्कि सरकार में बैठे लोगों ने किस तरह नियमों के विपरीत जाकर उनको शिथिल करके उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए कार्य किए इसकी भी जांच होगी. राहुल गांधी इस प्रकरण पर जोर दे रहे थे इसलिए उनकी आवाज दबाने की कोशिश की गई. हम उच्च न्यायालय में अपील करेंगे.
अमेठी के लोगों ने दी मिली-जुली प्रतिक्रिया
अधिवक्ता उमाशंकर पांडेय ने कहा की न्यायालय के आदेश के बाद ही यह साबित हो गया था कि राहुल गांधी अयोग्य हो गए है. सुप्रीम कोर्ट का आदेश आया था कि जिस व्यक्ति को दो वर्ष की सजा हो जाए वह उसी क्षण से अयोग्य हो जाता है. मनमोहन सरकार ने उस पर एक बिल लाया था जिसे दो वर्ष की सजा मिले उसे तीन माह का समय मिलना चाहिए. उस बिल को राहुल गांधी ने फाड़ दिया था. आज उसी बिल ने राहुल गांधी को अयोग्य साबित कर दिया. उन्होंने आगे कहा की राहुल गांधी आज उसी बिल के कुचक्र में फंस गए है, जो भी निर्णय हुआ है वह बिल्कुल सही है।
किसान यूनियन के नेता चुन्नू सिंह टिकैत ने कहा की बीजेपी को सरकार में लगातार विपक्ष की बातों को दबाया जा रहा है. उन्होंने इसे दुर्भाग्य पूर्ण बताया. वहीं, अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि राहुल गांधी को बोलने में संयम रखना चाहिए. उन्होंने सदस्यता समाप्त करने के चुनाव आयोग के फैसले को जल्दबाजी में लिया गया फैसला बताया. वहीं, अमित त्रिपाठी ने कहा कि यह सरकार की बहुत बड़ी चाल है. राहुल गांधी के ऊपर दबाव बनाने के लिए ऐसा निर्णय लिया गया है. फिलहाल इस तरह के निर्णय से राहुल गांधी के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
प्रयागराज में कांग्रेसियों ने फूंका पीएम का पुतला
राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता समाप्त होने से नाराज इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र और युवक कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पीएम मोदी का पुतला दहन किया. कांग्रेस नेता निशांत रस्तोगी ने मांग की कि राहुल गांधी की सदस्यता बहाल की जाए. इस दौरान कई कांग्रेसी कार्यकर्ता मौजूद रहे.
आगरा में राज बब्बर बोले, कानून से बड़ा कोई नहीं
सिने स्टार और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राजबब्बर के जीवन पर लिखी पुस्तक 'राज बब्बर दिल में उतरता फसाना' का विमोचन शुक्रवार देर शाम आगरा के एक होटल में किया गया. विमोचन समारोह में मंच से सिने स्टार राज बब्बर मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि, यह कानूनी प्रक्रिया है. इसके जवाब काूननी प्रक्रिया से ही दिए जा सकते हैं. मेरी भी दो साल की सजा हुई है. मैंने भी अपील की है. मैं दो दिन से आगरा में हूँ. इसलिए, इसकी आज दोपहर में पता चली. कानून के विशेषज्ञ इस बारे में काम करेंगे. कानून से बड़ा कोई भी नहीं है. हमें किसी को दोष नहीं दे सकते हैं. हमें कानूनी प्रक्रिया समझनी चाहिए. हमें भी फल मिलेगा. अच्छा भी मिलेगा.
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