वाराणसी: हवा में बढ़ रहे प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए वाराणसी समेत प्रदेश के 13 जिलों में एयर क्वालिटी इंडेक्स सुधारने के लिए दीपावली के मौके पर पटाखों पर प्रतिबंध लगाया गया. एनजीटी की गाइडलाइन के बाद पटाखों पर लगे प्रतिबंध को देखते हुए यह माना जा रहा था कि कई दिनों से खराब चल रही आबो-हवा में सुधार आएगा और एयर क्वालिटी इंडेक्स भी सुधरेगा, लेकिन दीपावली पर पटाखे ना जलाए जाने का आदेश फिलहाल वाराणसी में फुस्स साबित हुआ.
लोगों ने दीपावली में दीयों के जलाने के साथ ही आतिशबाजी का भी आनंद उठाया. जिसकी वजह से एयर क्वालिटी इंडेक्स शाम 4:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे के बीच जहां 261 बना रहा. वहीं रात 12:00 बजते बजते तक यह बढ़कर 281 पर पहुंच गया.
शाम से रात 8 बजे तक रहा स्थिर
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के ऐप पर इसके आंकड़े दर्शाया जा रहे हैं. आंकड़ों को देखकर वाराणसी में वायु प्रदूषण के स्तर का अंदाजा लगाया जा सकता है. सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एप पर जारी आंकड़ों पर अगर गौर करें तो वाराणसी का एयर क्वालिटी इंडेक्स कंट्रोल बोर्ड की तरफ से जारी किए गए बुलेटिन में शाम 4:00 बजे तक 261 दर्शाया गया है, लेकिन सूर्य अस्त होने और दीपावली के दिये जलाने के बाद रात 8:00 बजे तक तो आंकड़ा स्थिर रहा, लेकिन 8:00 के बाद जैसे-जैसे आतिशबाजी की शुरुआत हुई, वैसे-वैसे एयर क्वालिटी इंडेक्स भी बढ़ना शुरू हो गया और रात 12:05 पर किए गए अपडेट के मुताबिक वाराणसी में एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़कर 281 तक पहुंच गया जो सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के मुताबिक पुअर यानी बेहद खराब है.
पहले से जमा है स्मॉग
फिलहाल रविवार को उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से आंकड़ों के जारी होने का भी इंतजार है, लेकिन सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड की तरफ से रात 12:00 बजे तक के हुए अपडेट में एयर क्वालिटी इंडेक्स की स्थिति पुअर दर्शाया जाना है यह बता रहा है कि वाराणसी में बीते कई दिनों से स्मॉग देखने को मिल रहा था वह अभी आगे भी बना रहेगा. इसके साथ ही पटाखों के धुएं से बढ़ रहा पॉल्यूशन लोगों की मुसीबत को जरूर बढ़ाएगा.