वाराणसी: देश के कुछ शहरों में शनिवार से 5जी सेवा की शुरुआत हो गई है. इनमें वाराणसी भी शामिल है. हालांकि, वाराणसी में अभी कुछ दिनों तक सिर्फ श्री काशी विश्वनाथ मंदिर गंगा घाट और वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर 5G सेवा का लाभ मिलेगा, लेकिन माना जा रहा है 1 सप्ताह के अंदर बाकी हिस्सों में भी यह सेवा शुरू हो जाएगी.
शहर के इन हिस्सों में सेवा शुरू होने के साथ ही कुछ बदलाव भी आने वाले हैं. इन बदलावों में सबसे महत्वपूर्ण कृषि हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर(Agriculture Health and Education Sector) को माना जा रहा है. कोविड-19 के दौर में हेल्थ सेक्टर को मजबूत करने की कवायद के तहत 5G सेवा मील का पत्थर साबित होने वाली है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस सुविधा के कारण अब एंबुलेंस सिर्फ एंबुलेंस नहीं रह जाएंगी, बल्कि उन्हें एमयूपॉट के नाम से जाना जाएगा.
एमयूपॉट बनाने वाली कंपनी की डायरेक्टर यामिनी लावण्या ने बताया कि आज ग्रामीण क्षेत्र में छोटी-छोटी बीमारियों की वजह से हर पांच में से एक व्यक्ति की मौत हो जाती है, जो अपने आप में स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े करता है, लेकिन इस एमयूपॉट के बनाए जाने का मकसद सिर्फ और सिर्फ इतना है कि एक ग्रामीण हेल्थ केयर सेंटर में इसकी मौजूदगी से करीब 8 गांवों को लाभ पहुंचाया जा सकेगा.
उन्होंने बताया कि यदि किसी भी मरीज की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ती है, तो यह उसके दरवाजे पर पहुंचेगा और उस मरीज को इस एंबुलेंस में ट्रीटमेंट दिया जाएगा. यह एमयूपॉट रूलर हेल्थ केयर सेंटर(Ruler Health Care Center) के तौर पर काम करेगा, क्योंकि इसमें हार्ट केयर की सारी सुविधाओं के साथ ही वेंटिलेटर और किसी गंभीर स्थिति से निपटने के लिए तमाम सुविधाएं मौजूद हैं. इसके अलावा 5G सुविधा से लैस होने की वजह से इस में लगाई गई स्क्रीन और उपलब्ध हाईटेक टेक्नॉलॉजी के बल पर हम इसको देश के किसी भी बड़े नाम की अस्पताल के साथ कनेक्ट कर लेंगे.
कनेक्शन होते ही वहां के जो इमीडिएट उपलब्ध और एक्सपर्ट होंगे उनको उस मरीज के इलाज के लिए लगाया जाएगा कम समय में सही इलाज और उचित दवा के साथ सही तकनीक का इस्तेमाल करके हम उस व्यक्ति की जान बचा सकेंगे जिसको ग्रामीण क्षेत्र से शहर तक लाकर उचित सुविधा और उचित इलाज देना संभव नहीं हो पाता था.
यामिनी ने बताया कि यह 5G कंपलीटली कनेक्ट एम्बुलेंस है. यह थ्री इन वन है. एंबुलेंस मोबाइल क्लीनिक है और टेलीमेडिसिन सेंटर. सिर्फ यह एंबुलेंस नहीं कही जा सकती है. इसे एमयूपॉट पूरे गांव की देखभाल कर सकेगा. उन्होंने बताया कि यह जिंदगी बचाने में बहुत बड़ा प्रयास होगा. इसे इस तरह से बनाया ही गया इसमें ग्रामीण क्षेत्रों का विशेष ध्यान रखा गया है, क्योंकि अभी भी समय से ना इलाज मिलने की वजह से पांच में से एक की मृत्यु हो रही है. छोटी-छोटी चीजों की वजह से मृत्यु हो जाती है जब यह एमयूपॉट रूलर हेल्थ केयर के लिए वहां जाएगा तो लोगों की जान बचाई जा सकेगी.
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