वाराणसी: बगैर सूचना दिए लंबे समय तक गायब रहने वाले शिक्षकों पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी का डंडा चला है. जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने तत्काल रूप से 2 शिक्षकों को निलंबित कर दिया. निलंबित हुए शिक्षक बड़ागांव ब्लाक से सम्बद्ध कर दिए गए हैं. इस संबंध में आरोप पत्र तैयार करने के लिए 3 सदस्यीय टीम का भी गठन किया गया है. राकेश सिंह ने दीक्षा एप डाउनलोड न करने के आरोप में 4 शिक्षकों का वेतन व मानदेय अगले आदेश तक के लिए रोक दिया है.
अनियमितता बरतने पर दो निलंबित
इसके अलावा अनियमितता के आरोप में ब्लॉक संसाधन केंद्र हरहुआ के सहायक लेखाकार गाने ज्ञानेश्वर मिश्रा का मानदेय भी अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है. इस संबंध में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय की सहायक अध्यापिका स्वाति द्विवेदी बगैर किसी सूचना के 1 फरवरी से गायब चल रही हैं. इसके अलावा प्राथमिक विद्यालय छपरा के सहायक अध्यापक संजय कुमार यादव भी 15 मार्च से गायब हैं. इस संबंध में दोनों शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है और प्रकरण की जांच की जिम्मेदारी पिंडरा ब्लाक के खंड शिक्षा अधिकारी अशोक सिंह, आराजी लाइन के बीईओ स्कन्द गुप्ता और चोलापुर के बीईओ लाल जी को सौंपी गई है.
चार का रोका गया वेतन
उन्होंने बताया कि प्राथमिक विद्यालय रामपुर के सहायक अध्यापक संतोष कुमार भारती और शिक्षामित्र ममता सुषमा पटेल व श्वेता राय ने अब तक दीक्षा एप डाउनलोड नहीं किया है. इसके लिए अगले आदेश तक उनका मानदेय रोक दिया गया है. इसके अलावा ब्लॉक संसाधन केंद्र हरहुआ के सहायक लेखाकार गाने ज्ञानेश्वर मिश्रा का मानदेय भी अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है.