वाराणसी: जिले के पांडेपुर इलाके में एक 7 साल की मासूम की जान चाइनीज मांझे की चपेट में आने से चली गई. इस हादसे में बच्ची के पिता की एक अंगुली भी कट गई. हादसे से आक्रोशित परिजनों ने चाइनीज मांझा की बिक्री करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
बताया जा रहा है कि नदेसर क्षेत्र के घौसाबाद निवासी संदीप गुप्ता अपनी 7 साल की बेटी को लेकर पांडेयपुर दवा लेने के लिए गए थे. दवा लेने के बाद वह बेटी के साथ स्कूटी से घर लौट रहे थे. उनकी 7 साल की बेटी स्कूटी पर आगे खड़ी थी, जैसे ही गाड़ी पांडेपुर फ्लाईओवर से होकर आगे बढ़ी, वैसे ही मांझा फ्लाईओवर पर गिरा और उसकी चपेट में आगे स्कूटी पर खड़ी बच्ची आ गई, जिससे उसका गला चाइनीज मांझे से बुरी तरह से कट गया. बेटी को बचाने के चक्कर में पिता संदीप की एक अंगुली भी बुरी तरह से कट गई, जिसके बाद वह स्कूटी को वहीं छोड़कर बेटी को गोद में लेकर नजदीक के अस्पताल भागे. बच्ची की स्थिति बिगड़ने के बाद उसे इलाज के लिये दूसरे अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान मासूम की मौत हो गई.
हादसे दर हादसे, नहीं रुक रहा बिक्री का खेल
चाइनीज मांझा की बिक्री को उत्तर प्रदेश में रोकने के लिए बीते कई बार लोग कोर्ट तक पहुंचे. कुछ साल पहले भी एनजीटी ने इसकी बिक्री पर रोक लगा दिया. इसके बाद भी इसकी बिक्री पर रोक नहीं लगाई गई. चाइनीज मांझे की बिक्री ना हो इसे लेकर हर साल कागजी कार्रवाई तो हुई, लेकिन हकीकत में कुछ नहीं हुआ, जिसकी वजह से इसकी बिक्री ना केवल धड़ल्ले से हो रही बल्कि लोग इसका शिकार भी बन रहे हैं.
कब-कब इसकी चपेट में आए लोग
- अक्टूबर 2019 में चाइनीज मांझा की चपेट में आने से सिगरा के संदीप यादव जख्मी हुए थे.
- नवंबर के महीने में ही दशाश्वमेध के शिव प्रकाश भी जख्मी हुए.
- 28 सितंबर 2018 को चाइनीज मांझा की चपेट में आने से सिगरा इलाके में मुन्ना विल्सन की भी मौत हो चुकी है.
- 2016 में चाइनीज मांझा की चपेट में आने से मंडुआडीह इलाके में एक 12 साल के बच्चे की भी जान जा चुकी है.