इंदौर के सर्रफा बाजार की तर्ज पर बनारस में बनेगा 65 मार्केट वाराणसी: स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर महानगर अपने स्तर पर प्रयासों को शुरू कर चुका है. अभी कुछ दिन पहले ही केंद्र सरकार की संयुक्त सचिव ने वाराणसी पहुंचकर 3 दिनों तक बनारस की स्वच्छता और अन्य मुद्दों पर जिले के हालात को जाना था. फिर, चीजों को बेहतर करने के लिए कुछ सुझाव भी दिए थे. खासतौर पर स्वच्छता सर्वेक्षण में हमेशा पहले नंबर पर आने वाले इंदौर की तर्ज पर बनारस में कुछ बदलाव करने के निर्देश दिए. इस पर नगर निगम वाराणसी ने इंदौर की बाजारों की तर्ज पर बनारस में भी एक ऐसा मार्केट बनाने विकसित करने की तैयारी की है. जिसकी जिम्मेदारी मार्केट के स्ट्रीट फूड वेंडर्स की होगी.
इस बारे में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एमपी सिंह ने बताया कि इंदौर की सर्राफा बाजार का इस्तेमाल दिनभर सरकारी गतिविधियों के साथ ज्वेलरी मार्केट के तौर पर होता है. लेकिन, शाम 7:00 बजे के बाद पूरा बाजार स्ट्रीट फूड वेंडर्स अपने हिसाब से ऑपरेट करते हैं. सड़कों और बाजार की सफाई की जिम्मेदारी भी स्ट्रीट फूड वेंडर्स की होती है. इसके लिए इंदौर नगर निगम ने सुबह और शाम की सफाई की पूरी जिम्मेदारी यहां के दुकानदारों को ही दे रखी है. सुबह सड़क की सफाई यहां के ज्वेलरी मार्केट के कारोबारी करते हैं. जबकि शाम को स्ट्रीट फूड वेंडर्स सफाई करते हैं.
इन दो सड़कों पर बनेगा 65 मार्केट: ठीक इसी तर्ज पर वाराणसी की दो सड़कों को सहेजने और सजाने की तैयारी की जा रही है. इसमें 65 स्ट्रीट फूड प्लाजा के नाम से भेलूपुर रविंद्रपुरी मार्केट जहां पर स्ट्रीट फूड का काफी बड़ा बाजार धीरे-धीरे विकसित हो गया है. इसके अलावा दूसरा नगर निगम मुख्यालय के बाहर स्ट्रीट फूड के लिए डेवलप हो रहा बाजार, जो शहीद उद्यान की वजह से काफी गुलजार रहता है. इन दोनों जगहों को इंदौर के सर्राफा बाजार की तर्ज पर 65 स्ट्रीट फूड प्लाजा के नाम से विकसित किया जाएगा. इसके लिए ठेला, खोमचा और स्ट्रीट फूड वेंडर्स के साथ बैठक करने की तैयारी की जा रही है. इन्हें इस पूरी सड़क की सफाई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी. वहीं, नगर निगम का कहना है कि स्ट्रीट वेंडर्स बेफिक्र होकर अपनी दुकान चलाए, लेकिन इस शर्त पर कि पूरी सड़क को साफ रखने की जिम्मेदारी वेंडर्स को उठानी होगी. यदि किसी स्ट्रीट फूड स्पोर्ट पर 20 से 25 दुकानें लग रही है, तो उस पूरी सड़क को साफ सुथरा करने से लेकर स्ट्रीट लाइट व अन्य चीजों को विकसित करने की जिम्मेदारी भी वेंडर्स की होगी.इसके लिए बाकायदा स्ट्रीट फूड वेंडर्स के साथ लिखित रूप से भी चीजें कन्फर्म की जाएंगी. ऐसी स्थिति में यदि यह चीजें सफल होती हैं. तो इन्हें शहर के अन्य हिस्सों में लागू करने के साथ ही प्रदेश के अन्य जिलों में भी लागू करने की प्लानिंग संयुक्त सचिव के निर्देश पर की जाएगी. डॉ एमपी सिंह का कहना है कि इंदौर की तर्ज पर वाराणसी में एक ऐसा मार्केट करना जरूरी है. जिसकी जिम्मेदारी उन्हीं लोगों की हो जो उसे ऑपरेट करते हैं. यह एक नया और अनूठा प्रयास होगा, जो लोगों की सहभागिता पर शहर को साफ सुथरा रखने में बड़ा और पहला प्रयास है.
क्या है सर्राफा बाजार: अबसवाल यह उठता है कि इंदौर का सर्राफा बाजार है क्या? दरअसल, सर्राफा बाजार वह इलाका है जो स्ट्रीट फूड के लिए काफी प्रसिद्ध है. इंदौर में यह मार्केट दिन में ज्वेलरी मार्केट के रूप में ऑपरेट होता है. वह यहां पर सैकड़ों सोने और चांदी की दुकानें हैं, जो शाम होते ही बंद हो जाती हैं. इसके शाम के बाद इस पूरी सड़क का इस्तेमाल स्ट्रीट फूड वेंडर्स अपने हिसाब से करते हैं. जिसके लिए नगर निगम इंदौर ने इस पूरे बाजार को स्ट्रीट फूड वेंडर्स को सौंप दिया है. दिन में सर्राफा बाजार की सफाई की जिम्मेदारी ज्वेलरी व्यापारी उठाते हैं जबकि शाम को स्ट्रीट फूड वेंडर्स दुकान लगाने के दौरान और इसके बाद की साफ- सफाई और मेंटेनेंस का खुद से ध्यान रखते हैं.
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