वाराणसी: आर्मी दिवस के अवसर पर काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में 39 जीटीसी बटालियन ने मिलिट्री बैंड के साथ देश भक्ति धुन बजाकर सर सुंदरलाल अस्पताल के कोरोना वॉरियर्स को सम्मान दिया.
कोरोना वॉरियर्स को किया सम्मानित
बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी सेंटर में इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इसमें सभी डॉक्टर्स, स्वास्थ्यकर्मी और चिकित्साकर्मी मौजूद रहे. एक-एक करके मिलिट्री बैंड ने 6 प्रकार की धुन सुनाकर सभी लोगों को मंत्र-मुग्ध कर दिया. स्वास्थ्य कर्मचारियों ने भी ताली बजाकर उनका स्वागत किया.
15 जनवरी को आर्मी डे मनाने के पीछे दो बड़े कारण हैं. पहला कारण 15 जनवरी 1949 के दिन ही भारतीय सेना पूरी तरह से ब्रिटिश थल सेना से मुक्त हुई थी. वहीं दूसरा कारण है कि आज ही के दिन जर्नल केएम करियप्पा को भारतीय थल सेना का कमांडर इन चीफ बनाया गया था.
बीएचयू के प्रोफेसर एसके माथुर ने बताया कि आर्मी डे के सेलिब्रेशन के लिए आज आर्मी हमेशा कुछ नया कार्यक्रम आयोजित करती है. इस बार आर्मी का कार्यक्रम कोरोना वॉरियर्स को समर्पित था. आर्मी हमेशा से देश के लिए समर्पित रही है और हम आर्मी के लिए समर्पित हैं.