वाराणसी : महिलाओं को सम्मान के साथ जीना सिखाने और उनमें बचत की आदत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भारत सरकार की तरफ से महिला सम्मान बचत पत्र योजना की शुरुआत सोमवार से की गई. वाराणसी में इस योजना की शुरुआत पर महिलाओं ने जबरदस्त उत्साह दिखाया. पहले ही दिन 25 महिलाओं ने बचत पत्र लिया. डाक विभाग की तरफ से ज्यादा से ज्यादा महिलाओं काे इस योजना से जोड़ने की रणनीति तैयार की गई है.
वाराणसी डाक विभाग की तरफ से जारी किए गए प्रेस नोट में कहा गया है कि इस योजना की घोषणा 2023-24 के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा 'आजादी का अमृत महोत्सव' के उपलक्ष्य में की गई थी. यह लड़कियों सहित महिलाओं के वित्तीय समावेशन और सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. वाराणसी परिक्षेत्र के पोस्ट मास्टर जनरल कृष्ण कुमार यादव ने बताया कि योजना की शुरुआत के बाद वाराणसी परिक्षेत्र के डाकघरों में तत्काल महिलाओं ने पहुंचकर इसकी जानकारी लेनी शुरू कर दी. पहले दिन ही वाराणसी के डाकघरों से 25 से ज्यादा 'महिला सम्मान बचत पत्र' लिए गए. वाराणसी में पहली खाताधारक के रूप में जया शर्मा ने बीएचयू हॉस्पिटल डाकघर से 'महिला सम्मान बचत पत्र' प्राप्त किया.
पोस्ट मास्टर जनरल ने बताया कि 2 साल की अवधि की यह योजना लचीले निवेश और आंशिक निकासी के विकल्पों के साथ लाई गई है. इसमें 2 लाख रुपए की अधिकतम सीमा के साथ 7.5 प्रतिशत की त्रैमासिक चक्रवृद्धि ब्याज मिलता है. यह योजना 31 मार्च, 2025 तक दो साल की अवधि के लिए वैध है. इसमें न्यूनतम रुपये 1,000 व अधिकतम 2 लाख रुपए तक का निवेश किया जा सकता है. यह खाता एकल होगा तथा 3-3 माह के अंतराल पर कई खाते खोले जा सकते हैं.
सभी खातों में जमाराशि मिलाकर रुपए 2 लाख से अधिक नहीं होगी. खाते में जमा रकम पर 7.5 % की दर से चक्रवृद्धि ब्याज प्रत्येक तिमाही में खाते में जमा कर दिया जाएगा. खाताधारक 1 वर्ष के पश्चात जमा राशि का अधिकतम 40% तक भुगतान प्राप्त कर सकती हैं. 6 माह बाद आवश्यकता होने पर समय से पूर्व भुगतान भी प्राप्त किया जा सकता है. इस पर 5.5 % की दर से ब्याज दिया जाएगा. इस योजना में निवेश पर धारा 80-सी के तहत आयकर में छूट का भी प्रावधान है.
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