वाराणसी: एम्स लाइक इंस्टीट्यूट के तहत बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान का कायाकल्प होने जा रहा है. इसके लिए कुल 246 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है. इसमें 40 करोड़ रुपये अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए जबकि 206 करोड़ रुपये से सीपीडब्ल्यूडी आईएमएस बीएचयू का कायाकल्प करेगा.
आईएमएस बीएचयू को एम्स के तहत दर्जा मिलने के बाद सुविधाओं को बेहतर से बेहतर करने के क्रम में 246 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है. इसमें से 40 करोड़ रुपये अत्याधुनिक उपकरणों की खरीद के लिए उपयोग किए जाएंगे, जबकि 206 करोड़ रुपये से सीपीडब्ल्यूडी आईएमएस बीएचयू का कायाकल्प करेगा. विकास कार्यों की शुरुआत नवंबर के अंत में होगी, जिसके तहत अस्पताल के वार्डों का जीर्णोद्धार किया जाएगा.
चिकित्सा विज्ञान संस्थान के कायाकल्प के बाद मेडिकल छात्रों की शिक्षा और मरीजों के उपचार का बेहतर माहौल बन सकेगा. आईएमएस को एम्स के बराबर सुविधा मुहैया कराने के लिए दो साल पहले प्रस्ताव तैयार कर लिया गया था. हालांकि उसमें नया भवन बनाने की योजना थी, जिसे नीति आयोग ने खारिज कर दिया था. अब आयोग की पहल पर चिकित्सा विज्ञान संस्थान को अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस करने की पहल शुरू कर दी गई है. इस काम के लिए संस्थान को नर्सिंग कॉलेज, आवास, हॉस्टल आईएमएस संस्थान सहित छह भागों में बांटा गया है. विश्वविद्यालय प्रशासन से हरी झंडी मिलने के बाद सीपीडब्ल्यूडी अब कायाकल्प का स्टीमेट तैयार कर रहा है.
एम्स लाइक इंस्टीट्यूट के तहत संस्थान के कायाकल्प के पहले चरण के लिए 246 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं. सीपीडब्ल्यूडी इस कार्य के लिए एस्टीमेट तैयार कर रहा है. नवंबर के अंत में भवन नवीनीकरण की शुरुआत वार्डों के जीर्णोद्धार के साथ होगी.
प्रोफेसर एस के माथुर, सर सुंदरलाल अस्पताल