वाराणसी: 2024 में लोकसभा चुनावों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. बीजेपी हमेशा से ही एक-एक बूथ को मजबूत करके एक एक वोट का हिसाब किताब रखती है. यही वजह है कि बीजेपी के आलाकमान की तरफ से भी हर बूथ मजबूत करने का अभियान समय-समय पर छेड़ा जाता है. इस अभियान को इस बार खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 जून को शुरू करने जा रहे हैं. जिसे लेकर बीजेपी जबरदस्त प्लान तैयार कर रही है.
भारतीय जनता पार्टी ने चुनाव के लिए तैयारियां शुरु की इसे लेकर गुरुवार को बीजेपी प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने रोहनिया स्थित क्षेत्रीय कार्यालय पर अल्पकालिक विस्तारकों की कार्यशाला में संगठनात्मक प्रशिक्षण देते हुए बूथ प्रबंधन का मंत्र दिया. धर्मपाल सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जून को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से देश के लाखों बूथों पर पार्टी के कार्यकर्ताओं से वर्चुअल संवाद करते हुए ‘‘मेरा बूथ-सबसे मजबूत‘‘ अभियान का शुभारम्भ करेगें. बीजेपी प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह धर्मपाल सिंह ने वाराणसी में आयोजित कार्यशाला में प्रशिक्षण के दौरान कहा कि सभी अल्पकालिक विस्तारक 27 जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में सहभागिता करेगे. उन्होंने कहा कि मेरा बूथ-सबसे मजबूत अभियान ही भाजपा की विजय रणनीति का केन्द्र बिन्दु है और आप सभी उस अभियान के केन्द्र बिन्दु है. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के पश्चात आप सभी अन्य प्रदेशों में पार्टी के अनुशासित कार्यकर्ता के रूप में कार्य करते हुए विभिन्न संगठनात्मक जिम्मेदारियों तथा मेरा बूथ-सबसे मजबूत अभियान में सहायक के रूप मे कार्य करते हुए पार्टी की विजय का माध्यम बनेंगे.बीजेपी की 2024 में लोकसभा चुनाव के लिए तैयारियां ये है बीजेपी का प्लान: 27 जून को पीएम मोदी का उद्बोधन सुनने के पश्चात 28 जून से 05 जुलाई तक चुनावी प्रदेशों में कार्यकर्ताओं को भेजा जाएगा. बूथ स्तर तक कार्य कैसे करना हैं. बूथस्तर तक सरल एप और नमो एप की जानकारी देनी है. विस्तारक की इस काम महत्वपूर्ण भूमिका होगी. विस्तारक का कार्य वहां जाकर बूथ समिति का सही से निर्माण करना है. विस्तारक को बूथ पर कमेटी में मन की बात का प्रमुख, पन्ना प्रमुख का निर्माण, सरल एप, नमो एप के लिए लोगों का निर्धारण करना है. यदि बूथ कमेटी बनी है तो सरल एप पर उसकी इन्ट्री करनी है. बूथ कमेटी को वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जोडना है. विस्तारकों को बूथों का पिछले तीन चुनाव का डाटा इकट्ठा करना है, जातिगत समीकरण प्राप्त करना है. इस प्रकार विस्तारकों को जाने से पहले 100 घरों में जाना है और अपनी 9 वर्ष की उपलब्धि की चर्चा के साथ सम्पर्क का कार्य करना है.यह भी पढ़ें: सांसद शफीकुर्रहमान बर्क का बयान- बीजेपी से 3 गुना अधिक है विपक्ष, 2024 में सभी को होना होगा एकजुट