उन्नाव: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में तैनात सिपाही नरेंद्र कुमार का कहना है कि 3 अगस्त को उसकी बहन और मां, मामा के घर गई थीं. जहां देर शाम को महेश नाम के एक युवक ने अपने एक साथी के साथ उसकी बहन से छेड़छाड़ की. बिहार थाने की पुलिस को सूचना दी तो पुलिस ने सिपाही की बेहोश बहन को सुमेरपुर सीएचसी में भर्ती कराया.
ये भी पढ़ें- शाबाश 'नीरज' शाबाश! भाला फेंक के फाइनल मुकाबले में नीरज चोपड़ा ने जीता गोल्ड मेडल
बिहार थाने की पुलिस ने पीड़ित सिपाही को उसकी बहन और मां के साथ अगले दिन सुबह 10 बजे बुलाया. उसे 4 घंटे थाने में बिठाए रखा और कोई कार्रवाई नहीं की. सिपाही पुलिस अधीक्षक के पास जाने के लिए अपनी बहन और मां के साथ थाने से निकला तो बिहार थाने के पुलिसकर्मी उसे, उसकी बहन और मां को जबरदस्ती थाने में ले आए. जब सिपाही ने विरोध किया तो बिहार पुलिस ने उसके साथ मारपीट की. जेब में रखी पर्स से नकद 21,274 रुपये, एटीएम कार्ड, आधार कार्ड और गले में पहनी 2 तोले की सोने की चेन छीन ली. साथ ही उसकी पल्सर गाड़ी, जिसका नम्बर UP35-AX-7228 है वो भी अपने साथ ले गए.
ये भी पढ़ें- सिगरेट नहीं लाना पड़ा महंगा, दबंगों ने दो बच्चों के पिता को मौत के घाट उतारा
सिपाही का आरोप है कि उसे सुलह करने के लिए धमकाया गया और जिन लोगों ने उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ की थी. उनकी तहरीर पर उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया. उसकी मां को चौकी इंचार्ज भगवंतनगर ने धक्का दे दिया, जिससे उसके सिर में गंभीर चोट आई. चौकी इंचार्ज पर सिपाही को भी धमकाने का आरोप है. वहीं बिहार थाना पुलिस का कहना है कि सिपाही झूठे आरोप लगा रहा है. अब देखना होगा कि उन्नाव के पुलिस अधीक्षक इस मामले में क्या करते हैं. फिलहाल जांच की बाद ही कोई ठोस कार्रवाई पुलिस करेगी.