उन्नाव: दलित युवती हत्याकांड में मंगलवार को नया मोड़ आ गया. परिजनों के अनुरोध पर जिला अधिकारी ने एफएसएल एक्सपर्ट के दिशा-निर्देश में पीजीआई के डॉक्टरों से दोबारा पोस्टमार्टम कराया. इसमें युवती की दोनों पोस्टमार्टम रिपोर्ट अलग-अलग पाई गई हैं.
पोस्टमार्टम होने के बाद आई रिपोर्ट को लेकर कांग्रेस की लीगल कोऑर्डिनेटर अवनी बंसल ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठाते हुए बॉडी का मेडिकल परीक्षण कराने की मांग की है. साथ ही परिजन भी कह रहे हैं कि जब तक मेडिकल परीक्षण नहीं हो जाता, तब तक वह पोस्टमार्टम से शव नहीं उठने देंगे.
युवती के परिजनों के अनुरोध पर जिला अधिकारी ने युवती के शव को पुनः कब्र से निकलवा कर पीजीआई के डॉक्टरों से एफएसएल टीम की अगुवाई में पोस्टमार्टम कराया. वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर दोनों रिपोर्टों में समानता नहीं है. इसको लेकर कांग्रेस पार्टी की लीगल कोऑर्डिनेटर अवनी बंसल ने एफएसएल टीम के एक्सपर्ट डॉक्टर जी खान से बातचीत कर कहा कि यदि दोनों रिपोर्ट भिन्न हैं तो ऐसे में जब यह मामला कोर्ट में जाएगा तो कोर्ट सवाल पूछेगा.
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अवनी बंसल ने कहा कि वह चीफ जस्टिस ऑफ हाईकोर्ट को पत्र लिखकर अनुरोध करेंगी कि जब तक युवती के शव का परीक्षण मेडिकल बोर्ड द्वारा नहीं हो जाता, तब तक वह शव को यहां से नहीं उठने देंगी.
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