उन्नाव: छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में 18 मार्च को हुई नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए उन्नाव के जवान शशिकांत तिवारी की बुधवार को अंतिम यात्रा है. उन्नाव के हजारों लोग शहीद के घर पहुंचे हैं. वहीं अंतिम यात्रा में लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी. साथ ही कुछ लोगों ने नक्सलियों के प्रति रोष जाहिर किया है.
सीआरपीएफ के 231 बटालियन के जवान शशिकांत तिवारी का शव तिरंगे से लिपटा है. उन्हें आखरी विदाई देने के लिए दूर-दूर से लोग आए हैं. शहीद की शहादत की अंतिम यात्रा में गाजे-बाजे के साथ अंतिम यात्रा निकाली जानी सुनिश्चित हुई. शहीद की अंतिम यात्रा उन्नाव के गंगा घाट अंत्येष्टि स्थल पर ले जाई जाएगी, जहां पर हिंदू विधि विधान के साथ शहीद का अंतिम संस्कार किया जाएगा.
बता दें शशिकांत तिवारी 18 मार्च को सोमवार 4 बजे के आसपास नक्सलियों की तरफ से हुई गोलीबारी में शहीद हो गए थे. शशिकांत का एक बेटा और एक बेटी है. वहीं परिवार के भरण-पोषण के लिए उन्नाव जिला अधिकारी ने बताया कि शहीद के परिवार में पत्नी को 20 लाख रुपए और माता-पिता के भरण-पोषण के लिए 5 लाख रुपए दिए गए हैं.