उन्नाव: उन्नाव में चौथे चरण में मतदान होना है. जिसको लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव तीन बार चुनावी जनसभा कर चुके हैं तो बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी जिले में खासा सक्रिय रहे और उन्होंने यहां दो जनसभाएं की. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा कर वोट अपील किए तो कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्नाव सदर सीट से प्रत्याशी आशा सिंह के समर्थन में रोड शो कर क्षेत्र की जनता से उन्हें जिताने की अपील. इस दौरान कांग्रेस समर्थकों व प्रत्याशियों में खासा उत्साह देखने को मिला. उन्नाव सदर से माखी कांड की दुष्कर्म पीड़िता की मां आशा सिंह उन्नाव सदर से कांग्रेस प्रत्याशी हैं. लगातार वह डोर टू डोर कैंपेनिंग कर रही थीं और लोगों से सहयोग मांग रही थीं.
वहीं, उनके समर्थन में कांग्रेस पार्टी की ओर से छत्तीसगढ़ के कई दिग्गज नेता भी प्रचार प्रसार कर रहे थे. उन्नाव में 16 फरवरी को प्रियंका गांधी वाड्रा को आना था, लेकिन किन्हीं कारणों के चलते कार्यक्रम को रद्द कर दिया गया था. इधर, रविवार को अचानक देर शाम रायबरेली के रास्ते से प्रियंका उन्नाव के डीएसएन कॉलेज रोड पहुंचीं, जहां पर पहले से ही मौजूद कांग्रेसी प्रत्याशियों ने उनका जोरदार स्वागत किया. इसके बाद उन्होंने अपनी कार से सदर प्रत्याशी आशा सिंह और उनकी बेटी के साथ रोड शो किया. वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने डोर टू डोर जाकर लोगों से सहयोग मांगा है और सदर प्रत्याशी आशा सिंह को जिताने के लिए कांग्रेस के पक्ष में मतदान की अपील की.
प्रियंका गांधी के आने के बाद उन्नाव जिले में पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया. एसपी ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी, वहीं बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती की गई है. रोड शो करने के बाद प्रियंका गांधी कांशी राम कॉलोनी पहुंची और उन्होंने दलित युवती की हत्या के मामले में पीड़िता की मां से 45 मिनट बंद कमरे में बात की. यहां उन्होंने कहा कि दलित बेटी को न्याय दिलाने के लिए कांग्रेस किसी भी हद तक जाएगी, पूरा कांग्रेस परिवार पीड़ित परिवार के साथ है.
इसके साथ ही उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए. प्रियंका ने कहा कि पहले उन्नाव की बेटी की अपहरण के बाद हत्या की गई. दिवंगत बेटी इतने दिनों तक वहां रही और अधिकारियों को उसके बारे में पता था फिर भी उसे खोजकर निकाला नहीं गया. जहां भी इस तरह का कांड होता है वहां आरोपी कहीं न कहीं सत्ता से जुड़ा होता है या फिर काफी अमीर होता है.
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