उन्नाव: जिले के असोहा थाना क्षेत्र में दोनों मृतक लड़कियों का अंतिम संस्कार प्रशासन ने करा दिया है. वहीं इस अंतिम संस्कार पर समाजवादी पार्टी के पूर्व मंत्री और विधायक ने कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने परिवार को डरा धमका कर अंतिम संस्कार कराने का आरोप लगाया है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि "उन्हें पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया जा रहा है. पीड़ित परिवार से न मिलने देने के कारण समाजवादी पार्टी के पूर्व विधायक और मंत्री अपने कार्यकर्ताओं के साथ वहीं धरने पर बैठ गए.
'डरा धमकाकर कराया अंतिम संस्कार'
सपा नेता उदय राज यादव पीड़ित परिवार से मिलने गांव जा रहे थे. तभी उदय राज और उनके कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने गांव से 1 किलोमीटर पहले ही रोक दिया और कर अंदर जाने से मना कर दिया, जिससे उदय राज यादव अपने समर्थकों के साथ वहीं पर धरने पर बैठ गए. विधायक ने उन्नाव जिला प्रशासन पर कई सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि "उन्नाव का प्रशासन जो कर रहा है वह लोकतंत्र में नहीं होता. प्रशासन के दबाव में आकर दोनों लड़कियों अंतिम संस्कार किया गया है. प्रशासन से उनकी मृतक के परिजनों से बात हुई थी कि जब तक उनके बेटे जो बाहर रहते हैं वह घर नहीं आ जाते तब तक उन्हें अंतिम संस्कार करने को मजबूर नहीं किया जाएगा, लेकिन उन्नाव प्रशासन ने हिटलर शाही रवैये से जबरदस्ती अंतिम संस्कार करा दिया"
'कुछ राजनीतिक लोगों को अंदर बुलाया गया'
उदय राज यादव ने जिला प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि "कुछ राजनीतिक लोगों को अंदर बुला कर पीड़ित परिवार को उनसे मैनेज करवाया जा रहा है. पीड़ित परिवार को जो आर्थिक सहायता उन्नाव जिलाधिकारी के द्वारा देने की बात कही गई थी. वह अभी तक पूरी नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि जबतक उनको पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दिया जाएगा तब तक वह धरना जारी रखेंगे."