उन्नावः 15 जून को सड़क सुरक्षा सप्ताह के दौरान उन्नाव जिलाधिकारी ने 'नो हेलमेट नो पेट्रोल' आदेश जारी किया था. जिलाधिकारी का यह आदेश अब लोगों के लिए मुसीबत का सबब बनता जा रहा है. इस फैसले को लेकर ना सिर्फ आम जनता नाराज है बल्कि साथ में पेट्रोल पंप संचालक भी फैसले के खिलाफ खड़े हैं.
नो हेलमेट नो पेट्रोल आदेश की अवहेलना.
⦁ उन्नाव में 'नो हेलमेट नो पेट्रोल' आदेश का विरोध कर रहे पेट्रोल पंप संचालक.
⦁ 15 जून सड़क सुरक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने पेट्रोल पंप संचालकों को आदेश दिया था.
⦁ पेट्रोलियम मंत्रालय की तरफ से बिना हेलमेट पेट्रोल ना दिए जाने का कोई भी नियम नहीं है.
⦁ 'नो हेलमेट नो पेट्रोल' के आदेश से पेट्रोल पंप संचालकों को कैश का नुकसान हो रहा है.
⦁ हेलमेट यातायात का विषय है इसके लिए प्रशासन को वाहनों का चालान करना चाहिए .
जिला अस्पताल में एक मरीज को देखने आए थे. लेकिन ज़ल्दबाज़ी में हेलमेट लेना भूल गए और गाड़ी में पेट्रोल भी खत्म हो गया. पेट्रोल टंकी पर पंहुचे तो बिना हेलमेट पेट्रोल नहीं मिला इसके कारण हमें काफी परेशानी हुई।
ग्राहकजिलाधिकारी के इस आदेश से दिन में एक से डेढ़ लाख रुपये का नुकसान हो रहा है और विवाद अलग से हो रहे हैं. पेट्रोलियम मंत्रालय में बिना हेलमेट पेट्रोल ना देने का कोई नियम नहीं है. हेलमेट यातायात का बिषय है और प्रशासन को इसके लिए वाहनों का चालान करना चाहिए ना कि पेट्रोल पंप पम्प पर पेट्रोल देने में रोक लगाने चाहिए.
मोहम्मद इदरीश,पेट्रोल पंप संचालक