उन्नावः मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मुहर्रम के दिन सड़क पर खून न बहा कर उसी खून को दान करने का अभियान चलाया. इस अभियान में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. मानवता की एक मिसाल पेश करते हुए खून दान किया.
कैम्प के आयोजकों ने बताया कि उन लोगों ने आज खून दान कर जरूरतमंद लोगों के लिए वरदान साबित हुए हैं. यहां हर साल इसी भांति खून दान कर मोहर्रम का पर्व मनाते हैं. यूं तो मुहर्रम को मातम त्योहार कहा जाता है. मुस्लिम समुदाय के लोग घर से निकल कर अपने ऊपर चाकू और छुरियों से अपने ऊपर वार खुद को लहूलुहान कर कष्ट पहुंचाते हैं. साथ ही अपने हज़रत इमाम हुसैन को याद करते हैं. हालांकि आज उन्नाव में मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों की संख्या में लोग एकजुट होकर जरूततमंदों को खून दान कर रहे थे.
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उनका कहना था कि वह सड़क पर खून न बहाकर खून दानकर लोगों की मदद करते हैं, जिससे जरूरतमंदों को समय पर खून मिल सके. ब्लड डोनेशन कैंप का आयोजन करने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह हर साल इस मुहर्रम के दिन ब्लड डोनेशन का कैंप लगाकर ज्यादा से ज्यादा संख्या में लोगों से ब्लड डोनेट की अपील करते हैं और ब्लड डोनेट करवाते हैं. लोगों का कहना था कि यह उनकी आस्था है कि सड़क पर खून बहाने से अच्छा है की उस खून का हम लोग सदुपयोग करें.
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